देहरादून 22 जून । श्री तुलसी प्रतिष्ठान मंदिर में श्रीमद् भागवत कथा छठवें दिवस पर,श्रीमद् भागवत सेवा समिति,श्री शाकंभरी देवी संस्कृत सेवा समिति,श्री महाकाल सेवा समिति एवं श्री तुलसी प्रतिष्ठान मंदिर ट्रस्ट के संयुक्त तत्वाधान में चल रही कथा अमृत वर्ष में कथा व्यास श्री सुभाष जोशी जी ने बताया कि श्री कृष्ण जी ने अपने बाल्यकाल में ही नटखट लीलाओं को करते हुए कैसे राक्षसों और दैत्यों का वध किया भगवान श्री कृष्ण ने कभी भी अपने और समाज के बीच न्याय करते हुए भेद नहीं किया इसका सबसे बड़ा उदाहरण स्वयं भगवान श्री कृष्ण के मामा कंस हैं जिनके दुराचारों और अत्याचारों का अंत करते हुए अपने मामा कंस का भी वध कर दिया था। कथा व्यास जी ने बड़ी सुंदर ढंग से बताया कि श्री कृष्ण जी ने कैसे द्वारका नगरी का निर्माण किया था इसके बाद कथा व्यास जी ने रुक्मणी कृष्ण विवाह और अन्य वैवाहिक प्रसंग बहुत ही सुंदर तरीके से भजनों के साथ जब संगीत में वर्णन किया जिसमें प्रमुख रूप से “यह तो प्रेम की बात है उधो” और रुक्मणी को ब्याहने कृष्ण आए” आदि भजनों पर आहे भक्तों ने कृष्ण लीला का खूब आनंद लिया। और अंत में कथा अमृत वर्षा को विश्राम की ओर ले जाते हुए कथा व्यस्त श्री सुभाष जोशी जी ने श्री कृष्ण सुदामा चरित्र का बहुत ही सुंदर वर्णन करते हुए बताया कि कृष्ण सुदामा की की दोस्ती की मिसाल पूरे विश्व में दी जाती है भगवान श्री कृष्ण जी ने कभी भी अमीरी गरीबी में कोई भेदभाव नहीं किया और उन्होंने अपने प्रिय मित्र सुदामा जी को हर संभव सहायता की और उनको इस बात का एहसास भी नहीं होने दिया कि उन्होंने उनकी कितनी सहायता की। कार्यक्रम में अनेक गणमान्य ने भी व्यास पीठ से आशीर्वाद प्राप्त किया जिसमे वरिष्ठ पत्रकार गोपाल सिंघल ,आचार्य विपिन जोशी टपकेश्वर मंदिर, गौरव कुमार, विवेक श्रीवास्तव, रवि सरन इंडिया न्यूज़, राजरानी, शशि कपूर, विमला गौड़, सविता ओबेरॉय, अखिलेश अग्रवाल, अवधेश पंत, सुधीर शर्मा,सुधीर जैन, बालेश गुप्ता,रोशन राणा, राजेश कुमार गुप्ता, विनय कुमार गुप्ता, शिवम गुप्ता, आलोक जैन, विनोद कश्यप, प्रवीण गुप्ता, संजीव गुप्ता, गजेंद्र कश्यप, गोपाल सिंघल, समिति के समस्त पदाधिकारी एवं भक्तजन उपस्थित रहे।