राजकीय पॉलीटेक्निक रानीपोखरी में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने किया छात्रावास भूमि पूजन एवं शिलान्यास

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देहरादून 15 मार्च । राजकीय पॉलीटेक्निक रानीपोखरी में छात्रावास एंव वाउड्रीवाल के भूमि पूजन एवं शिलान्यास का कार्यक्रम विधि-विधान के साथ माननीय कैबिनेट मंत्री तकनीकी शिक्षा,वन,भाषा एव ंनिर्वाचन सुबोध उनियाल द्वारा किया गया। जिसकी निर्माण लागत 710.49 लाख रूपये है तथा इसका निर्माण एक वर्ष में पूर्ण होगा।
माननीय मंत्री द्वारा अवगत कराया गया कि उक्त नाबार्ड योजना के अन्तर्गत राजकीय पालीटेक्निक रानीपोखरी में छात्रावास का निर्माण होगा जिससे एक ओर तो संस्था में ए0आई0सी0टी0ई0 के मानक की प्राप्ति होगी साथ ही अवस्थापना सुविधा प्राप्त होने पर दूरस्थ ग्रामीण अँाचल से पढ़ने आये छात्रों के सर्वागीण विकास होगा। शैक्षिक संस्थानों के विकास में सरकार अधिक से अधिक संसाधन उपलब्ध कराने हेतु प्रतिबद्ध है।माननीय मंत्री जी द्वारा हमारा उद्देश्य तकनीकी शिक्षा के साथ-साथ नवीन तकनीकीयों के माध्यम से राज्य के युवाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें इतना हुनरमंद बनाना है कि युवा शक्ति को रोजगार के पीछे न भागना पड़े, अपितु रोजगार स्वयं उनके द्वार पर आये। राजकीय पालीटेक्निक रानीपोखरी में पुरानी कोर ब्रान्च सिविल, मैकेनिकल एवं इलैक्ट्रिकल इंजी0 के अतिरिक्त एक नई इमरजिंग ब्रान्च मैकेट्रोनिक्स इंजी0 प्रारम्भ की गयी है साथ ही छात्रों के व्यक्तित्व विकास हेतु संस्थाओं में लैग्वेज लैब की स्थापना की गई है। इस अवसर पर निदेशक तकनीकी शिक्षा आर0पी0गुप्ता जी द्वारा अवगत कराया गया कि संस्था में अवस्थापना सुविधाओं हेेतु अब तक सरकार द्वारा इस संस्थान को कुल 25 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की गई है।
उन्होने कहा कि हमेशा हमारी यह कोशिश रहती है कि तकनीकी शिक्षा विभाग विभिन्न क्षेत्रों में उत्तरोत्तर उन्नति करे जिससे हमारे छात्र-छात्रायें एक अच्छा रोजगार प्राप्त करने में सफल हों और वे अपने माता-पिता के साथ-साथ अपने राज्य का नाम रौशन करें उक्त समारोह में देशराज,अपर निदेशक,व डॉ0 मुकेश पाण्डेय,परीक्षा नियंत्रक ए0के0पाठक प्रधानाचार्य,राजकीय पालीटेक्निक रानीपोखरी,अरविन्द सिंह सजवाण, परियोजना प्रबन्धक उत्तराखण्ड पेयजल संसाधन एवं निर्माण निगम ऋषिकेश इकाई के एंव प्राविधिक शिक्षा विभाग के सभी शिक्षक गण-कर्मचारीगण, समस्त छात्र/छात्राएं एवं क्षेत्र के गणमान्य जन कार्यक्रम में उपस्थित रहे।