इलेक्शन कमेटी का गठन होते ही कांग्रेस में अंर्तकलह शुरू

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देहरादून 25 जनवरी। दिल्ली से जारी प्रदेश कांग्रेस की इलेक्शन कमेटी की घोषणा होते ही उत्तराखंड कांग्रेस में विरोध के स्वर सुनाई देने लगे हैं। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता धीरेंद्र प्रताप ने केंद्रीय नेतृत्व को पत्र लिखकर अपनी नाराजगी जताई है। कई अन्य नेताओं ने भी दबी जुबान में सवाल खड़े किए है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा उठ रही है कि इलेक्शन कमेटी गठन से पूर्व पार्टी आलाकमान और प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व ने गंभीरता से विचार नही किया।
प्रदेश कांग्रेस के 23 नेताओं के नाम इस सूची में शामिल किए गए हैं जिसमें तमाम नए पुराने नेताओं को स्थान दिया गया है। धीरेंद्र प्रताप का नाम इस सूची में शामिल नहीं किया गया है, जिस पर उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व को पत्र लिखकर नाराजगी जताई है। उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिलने का समय मांगते हुए कहा है कि वह उनसे मिलकर अपनी आपत्ति दर्ज करायेंगे।
इस सूची में प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, यशपाल आर्य, पूर्व सीएम हरीश रावत, प्रीतम सिंह, गणेश गोदियाल, गुरदीप सिंह, काजी निजामुद्दीन, गोविंद सिंह कुंजवाल, सुरेंद्र सिंह नेगी, प्रदीप टम्टा, प्रताप जोशी, नव प्रभात, हीरा सिंह बिष्ट, शूरवीर सिंह सजवाण, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी, ममता राकेश, राजेंद्र भंडारी, डॉ. हरक सिंह रावत, रणजीत सिंह रावत, भुवन कापड़ी, मथुरा दत्त जोशी, मनीष खंडूरी, वैभव बलिया के नाम शामिल है। ऐसे में कई नेताओं से किनारा करना आगामी चुनाव में फजीहत का सबब बन सकता है। हालफिल्हाल देखना यह है कि आगामी 28 तारीख को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के उत्तराखण्ड आगमन पर क्या स्थिति उत्पन होती है।