कोटद्वार। जम्मू के पुंछ जिले के बफलियाज इलाके में आतंकी हमले में शहीद हुए गौतम कुमार का पार्थिव शरीर को सेना के हेलीकॉप्टर से उनके घर भेजा गया। यहां विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी ने शहीद को श्रद्धांजलि दी। पार्थिव शरीर के घर पहुंचते ही परिजनों की आंखें भर आईं। मां बेटे के पार्थिव शरीर को देखते ही बिलख पड़ी। गौतम की शादी होने वाली थी। सेहरा सजने से पहले ही बेटे के बलिदान की खबर से पूरे परिवार में मातम है।
गौतम वर्ष 2014 में सेना के 89 आर्म्ड कोर में भर्ती हुए थे। वह पिछले दो साल से जम्मू कश्मीर के पुंछ सेक्टर में तैनात थे। एक दिसंबर को ही वह 15 दिन की छुट्टी पर घर आया था और 16
सितंबर में उसकी सगाई ऋषिकेश में हुई थी, पूरा परिवार शादी को लेकर उत्साहित था। लेकिन, बृहस्पतिवार रात सेना के अधिकारियों ने फोन पर उन्हें गौतम के बलिदान की खबर दी, जिससे पूरे परिवार सदमे में है। दो साल पहले ही उनके पिता का निधन हुआ था। वह शिक्षा विभाग में थे। माता नीलम देवी गृहणी हैं। गौतम चार भाई-बहनों में सबसे छोटा था। दो बहनों की शादी हो चुकी है। राहुल भी शिक्षा विभाग में कार्यरत हैं।