देहरादून। मानसून का मौसम उत्तराखण्ड में आफत बनकर बरस रहा है। भारी बारिश के कारण उत्तराखण्ड का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बीती रात हुई भारी बारिश के कारण जौलीग्रांट क्षेत्र में नदी नाले उफान आ गए, जिससे कई स्थानों पर नुकसान होने की सूचना है। भारी बारिश के कारण जहां एयरपोर्ट में बाढ़ का पानी घुस गया। वहीं एयरपोर्ट मार्ग पर फुटपाथ पर लगी रेलिंग कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गई।
बाढ़ ने सबसे ज्यादा नुकसान कालूवाला ग्राम सभा में किया है। थानों वन रेंज से पहली बार यहां घरों में बाढ़ का पानी और मलबा घुस गया। जिससे पूरे गांव में अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों ने पूरी रात जागकर काटी। जंगल के सागौन के करीब आधा दर्जन पेड़ 11 केवी की लाइनों व मार्ग पर गिर गए। जिससे विद्युत पोल भी क्षतिग्रस्त हो गए।
ग्राम प्रधान पंकज रावत द्वारा एसडीआरएफ को सूचना दी गई। जिसके बाद एसडीआरएफ ने कालूवाला में राहत और बचाव कार्यों के लिए मोर्चा संभाला। जेसीबी की मदद से पानी को डायवर्ट किया गया। वहीं विद्युत लाइनों और मार्ग पर गिरे पेड़ों को हटाने का कार्य शुरू किया गया।
प्रधान ने कहा कि पास की ही दूसरी ग्राम सभा बड़ोवाला के भंगलाना गांव में भी में पानी ने भारी नुकसान किया है। यहां दर्जनों घरों में बाढ़ का पानी और मलबा घुस गया। जिससे लोगों में अफरा तफरी मच गई। धरासू-यमुनोत्री हाईवे कल्याणी के समीप मलबा आने से बंद हुआ है। मौके पर एनएच विभाग की जेसीबी मार्ग खोलने का प्रयास कर रही है।