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युवा पीढ़ी को नशे से बचाना ही राष्ट्रनिर्माण में अहम योगदान: जोशी

मानवाधिकार संरक्षण एवं भ्रष्ट्राचार निवारक समिति ने किया जागरूक

देहरादून। मानवाधिकार संरक्षण एवं भ्रष्ट्राचार निवारक समिति की ओर से स्थित एक निजी होटल में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। समिति की ओर से विगत 15 वर्षों से नशे के खिलाफ किए जा रहे कार्यों को लेकर जानकारी दी गई। प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए मानवाधिकार संरक्षण एवं भ्रष्ट्राचार निवारक समिति के अध्यक्ष एडवोकेट ललित मोहन जोशी ने बताया कि युवा संवाद कार्यक्रम के जरिए वह विगत 15 से अधिक वर्षों से नशा उन्मूलन को लेकर प्रयासरत हैं। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए हेमवती नंदन बहुगुणा चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय उत्तराखण्ड़, के कुलपति डॉ. हेम चन्द्रा ने कहा कि समाज में नशा आज एक जहर के रूप में घुल चुका है, हमें इस जहर से अपने बच्चों को बचाना होगा। आईपीएस मणिकांत मिश्रा कमांडेट एसडीआरएफ ने नशे के खिलाफ प्रदेश में किए गए कार्यों को साझा करते हुए अपने बागेश्वर और उत्तरकाशी जनपद के अनुभव साझा किए। वहीं पद्मश्री लवराज सिंह धर्मशक्तू असिस्टेंट कमांडेंट बीएसएफ ने कहा कि ललित जोशी जी का पहाड़ों में बच्चों के बीच पहुंचकर उन्हें नशे के खिलाफ जागरूक करना एक सराहनीय पहल है।  गिरधर सिंह धर्मशक्तू (सेवानिवृत्त) जिला जजने अपने विचार रखते हुए कहा कि बच्चों में नशे की लत लगना एक गंभीर समस्या है, आज आधुनिकता की होड़ में युवकों के साथ युवतियां भी नशा कर रहीं हैं। वहीं आईपीएस राम सिंह मीणा (सेवानिवृत्त) पुलिस महानिरीक्षक उत्तराखंड ने कहा कि मैं ललित जोशी के इस अभियान में काफी लंबे समय से जुड़ा हुआ हूं, उनके द्वारा लंबे समय से यह अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान वरिष्ठ पत्रकार रमेश भट्ट व रेडियो जॉकी (आर.जे. काव्य) कविन्द्र सिंह मेहता ने भी अपने विचार साझा किए। प्रेसवार्ता में जीसी पंचोली संयुक्त निदेशक विधि, जीपी रतूड़ी जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी, मेजर ललित सामंत (सेवानिवृत्त), पवन शर्मा निदेशक कैलाश हॉस्पिटल, डॉ. महेश कुडियाल चेयरमैन सीएमआई हॉस्पिटल, समिति के सदस्य रमेश चन्द्र जोशी, संजय जोशी, मोहित बिष्ट, उमेश जोशी आदि लोग मौजूद रहे।

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