स्वीडन देश के खिलाफ छात्रों ने किया धरना प्रदर्शन – पिछले दिनों स्वीडन में एक व्यक्ति ने कुरआन की प्रति को फाड़ कर आग लगा दी थी – प्रधानमंत्री से स्वीडन से संबंध खत्म करने की गुहार

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कैराना, शामली। स्वीडन देश के अंदर कुरआन शरीफ की बेअदबी करने के प्रकरण के विरोध में निरंतर तत्पर सामाजिक संगठन के पदाधिकारियों एवं छात्रों ने प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन भेजा। सभी ने पीएम से स्वीडन देश से संबंध खत्म करने की गुहार लगाई हैं।

बुधवार को निरंतर तत्पर सामाजिक संगठन के कार्यकर्ता एवं छात्र तहसील मुख्यालय पर पहुंचे। जहां पर उन्होंने सांकेतिक रूप से धरना प्रदर्शन कर स्वीडन देश के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद सभी ने एसडीएम की गैरमौजूदगी में तहसीलदार गौरव सांगवान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें बताया गया हैं कि पिछले दिनों स्वीडन देश में सुनियोजित तरीके से एक व्यक्ति ने पवित्र कुरआन की एक प्रति को पहले फाडा, फिर उसे आग लगा दी। वहां की अदालत की अनुमति मिलने के बाद इस कृत्य को अंजाम दिया गया। आरोप लगाया कि आरोपी व्यक्ति को वहां की स्थानीय अदालत के द्वारा ऐसा करने की अनुमति दी गई और ऐसा कृत्य सरकार के हस्तक्षेप के बिना संभव नहीं हैं। अदालत द्वारा कहा गया कि जब तक किसी विरोध प्रदर्शन से सार्वजनिक सुरक्षा को खतरा नहीं होता, तब तक किसी भी व्यक्ति को उसकी अभिव्यक्ति की आजादी के अधिकार से वंचित नहीं रखा जा सकता। बताया गया है कि कई दशकों से लोग नास्तिकता की ओर बढ़ रहें हैं और अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर समय-समय पर किसी ना किसी धर्म का अपमान किया जाता हैं। अगर पूरी दुनिया की बात करें तो इस्लाम को विशेष रूप से विभिन्न संगठनों, विभिन्न देशों एवं अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय मीडिया संस्थानों के द्वारा भी जानबूझकर निशाना बनाया जाता हैं, यदि ये ही अभिव्यक्ति की आजादी हैं तो फिर इस तरह की घटनाएं भविष्य में विश्व युद्ध का परिणाम भी हो सकती हैं। संगठन के पदाधिकारियों एवं छात्रों ने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया हैं कि सबका साथ सबका विकास वाली सरकार के नेतृत्वकर्ता होने के कारण ना सिर्फ स्वीडन को फटकार लगाएं, बल्कि स्वीडन के साथ सभी संबंधों को समाप्त कर दें, ताकि स्वीडन को पता चल सकें विश्व गुरु भारत से संबंध टूटने पर उसका कितना नुकसान होगा। स्वीडन सहित विभिन्न देशों के इस तरह के कानून जो अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर बन रहें हैं या बने हुए हैं ना सिर्फ इस्लाम के लिए बल्कि पूरी मानवता एवं सभी धर्मों के विरुद्ध हैं। इस दौरान फरमान सिद्दीकी, कुर्रत मेहंदी, शेरम अंसारी, उमैर खान, अजीम सिद्दीकी व शुऐबअंसारी आदि मौजूद रहें।

रिर्पोट : सिद्धार्थ भारद्वाज प्रभारी जनपद शामली उ०प्र०।