उत्तराखण्ड में भारी बारिश ने मचाई तबाही

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घर, मकान ढहे, वाहन बहे
देहरादून। मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार राजधानी दून सहित चमोली, पौड़ी, टिहरी, बागेश्वर, उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग में बीती रात से झमाझम बारिश का दौर जारी है। पहाड़ पर हो रही बारिश और श्रीनगर बांध से छोड़े गये पानी के कारण मैदानी क्षेत्रों में तबाही का मंजर बन गया है। मुख्यमंत्री धामी ने राज्य के आपदा कंट्रोल रूम पहुंचकर राज्य के हालात की जानकारी ली तथा सभी जिलों के अधिकारियों को स्थिति पर नजर बनाए रखने व किसी भी हालात से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
रूद्रप्रयाग से प्राप्त समाचार के अनुसार बीती रात से यहां भारी बारिश हो रही है जिसके कारण बांसवाड़ा सहित 5 स्थानों पर भूस्खलन से केदारनाथ हाईवे बंद हो गया है। वही उत्तरकाशी में भारी बारिश के कारण मनेरी के पास भूस्खलन की चपेट में आया एक पिकअप वाहन खाई में गिर गया लेकिन चालक कूदकर अपनी जान बचाने में सफल रहा। गंगोत्री राजमार्ग पर मलबा आने से मार्ग बंद हो गया है। चमोली हाईवे पर छिनका पीपलकोटी में बारिश के कारण फिर भूस्खलन के चलते मार्ग बंद हो गया है। टिहरी और नैनीताल में भी बीती रात से लगातार बारिश होने से जनजीवन प्रभावित हुआ है।
राजधानी दून में बीती रात से भारी बारिश के कारण कई आवासीय क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है वहीं रायपुर क्षेत्र में कई मकानों और दुकानों को भारी नुकसान पहुंचा है। मसूरी में भी भारी बारिश होने की खबर है। बीती रात से कुमाऊं मंडल में हो रही भारी बारिश ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी है।
पहाड़ पर हो रही भारी बारिश के कारण गंगा तथा अलकनंदा नदी उफान पर है बागेश्वर में हुई भारी बारिश के कारण सरयू नदी भी रौद्र रूप धारण कर चुकी है। श्रीनगर बांध से फिर 3000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने से टिहरी, पौड़ी, दून, हरिद्वार और ऋषिकेश में लोगों को अलर्ट किया गया है।
रुड़की, लक्सर और नारसन तथा खानपुर का जो क्षेत्र पहले ही बाढ़ की भीषण त्रासदी झेल रहा है बीती रात से हो रही बारिश के कारण वहां और अधिक गंभीर हालात पैदा हो गए हैं। रुड़की में जलभराव की स्थिति पर डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई है। वही हरिद्वार बाढ़ को लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत ने सरकार पर बड़ा हमला किया है उनका कहना है कि सरकार प्रभावितों की मदद में नाकाम साबित रही है।