देवभूमि ब्राह्मण जन सेवा समिति की श्री राम कथा के सातवें दिन भी की अमृत वर्षा
देहरादून। अखिल भारतीय देवभूमि ब्राह्मण जन सेवा समिति के छठे वार्षिक उत्सव के पावन पर्व पर हिंदू नेशनल इंटर कॉलेज में आयोजित श्री राम कथा के सप्तम दिन आज पदम विभूषण जगदगुरू स्वामी श्री रामभद्राचार्य जी ने अपनी कथा की अमृत वर्षा की। व्यास जी ने कहा श्री राम कथा सुनने से जीवन में बदलाव आता है इसके लिए आवश्यक है कथावाचक विद्वान होना चाहिए ,उसे ग्रंथों का ज्ञान होना चाहिए साथ ही साथ वह भागवत भक्त होना चाहिए श्री राम कथा की एकमात्र ऐसी कथा है जो आपके जीवन की दशा और दिशा दोनों बदल देती है यदि कथा पैसों के लिए हो रही है तो उसका कोई उद्देश्य नहीं रह जाता लेकिन यही कथा यदि निस्वार्थ भाव से श्रीराम के लिए, लोक कल्याण के लिए, देशभक्ति के लिए राष्ट्र धर्म के लिए होगी तो उसका प्रभाव तत्काल होता है उन्होंने कहा कि जब कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए पूजा के लिए भी आपको समय ना मिले तो समझो यही भगवान की सच्ची पूजा एवं सेवा है धर्म का सीधा अर्थ है कर्तव्य यदि हम अपने कर्म सही रखेंगे तो जीवन में कभी दुख नहीं आ सकता उन्होंने कहा कि बचपन को प्रबुद्ध, यौवन को शुद्ध एवं बुढ़ापे को सिद्ध करना चाहिए ऐसा नहीं है जिससे के पास पैसा है वह ही सुखी है, या जिसके पास पैसा नहीं वह बहुत दुखी है मन से राम और तन से राम कहने वाले ही हमेशा सुखी रहते हैं। जो व्यक्ति अपने जीवन में राष्ट्र धर्म का पालन करते हैं अपने देश के लिए जीते हैं मरते हैं और शहीदों को याद करते हैं यही श्रेष्ठ कर्म है इसी के साथ साथ जो अपने माता-पिता और बड़ों का आदर सम्मान करते हैं उनकी आज्ञा का पालन करते हैं यह भी श्रेष्ठ कर्मों में ही आता है हमें अपने बालकों को राष्ट्र धर्म की शिक्षा और अपने बड़ों का आदर करने की शिक्षा अवश्य देनी चाहिए इसके लिए आज आवश्यकता अपने बच्चों के साथ समय देने की है। प्रतिदिन अपने बच्चों के पास बैठकर राष्ट्रधर्म और अपने बड़ों का आदर के साथ ही साथ अपनी संस्कृति संस्कार से परिचित करवाएं ताकि बड़ा होकर वह इन सब का पालन करें जो भी ऐसा करेगा कहते हैं वह अपने दुर्भाग्य की रेखा को भी बदल सकता है जीवन में हमेशा चरित्र की पूजा होगी, धन की पूजा नहीं। व्यास जी ने कहा कि आज हमें युवा पीढ़ी को नशे से बचाने की आवश्यकता है यदि समय रहते हमने ऐसा नहीं किया तो हम सबको इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे किसी भी देश के युवा ही उस देश की सबसे बड़ी संपत्ति वा संपत्ति होते हैं सरकारें तो इसके लिए प्रयास कर ही रही है लेकिन प्रत्येक व्यक्ति को अभिभावकों को इसके लिए प्रयास करना आवश्यक है तभी हम इन युवाओं को इन बुरी लत से बचा सकते हैं इसके लिए युवाओं को अपने धर्म अपने सत्संग अपने आदर्शों से जोड़ना आवश्यक है। आज कथा में मुख्य यजमान नई दिल्ली से वेद प्रकाश शर्मा समिति के संरक्षक पवन शर्मा ,माननीय राजीव जैन, संजीव थपलियाल, केंद्रीय अध्यक्ष अरुण शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष विजय जोशी, जिला अध्यक्ष अनुराग गॉड, सचिव राजेश शर्मा, साथ ही सहारनपुर से राहुल शर्मा व ब्राह्मण समिति, हल्द्वानी से विशाल शर्मा एवं उनकी टीम डॉ अजय वशिष्ठ, ब्राह्मण उत्थान परिषद से आचार्य शशिकांत दुबे एवं एसपी पाठक एवं बीडी शर्मा, शक्तिपुत्र पंडित सुभाष चंद्र सतपति समाजसेवी श्यामसुंदर गोयल पंकज शर्मा, कुलभूषण अग्रवाल, मधुसूदन, संजय मिश्रा, देवाशीष गॉड सुमित रंजन शर्मा के साथ ही जनपद की तमाम धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं व हजारों श्री राम भक्तों ने श्री राम कथा का श्रवण किया।