जय श्री राम बोलना मत छोड़ना: रामभद्राचार्य

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देहरादून। अखिल भारतीय देवभूमि ब्राह्मण जन सेवा समिति के छठे वार्षिक उत्सव के पावन पर्व पर हिंदू नेशनल इंटर कॉलेज में आयोजित श्री राम कथा के पंचम दिन आज पदम विभूषण जगदगुरू स्वामी श्री रामभद्राचार्य जी ने कथा की अमृत वर्षा की। व्यास जी ने कहा जब तक जीवन है तब तक जय श्रीराम बोलते रहना इसको कभी छोड़ना मत जैसे माला से मोती, धर्म से मुंह नहीं मोड़ा जा सकता इसी प्रकार प्रभु जय श्री राम बोलना भी नहीं छोड़ा जा सकता और ना ही छोड़ना चाहिए जब उनके नाम मात्र से ही बड़े-बड़े पत्थर भी समुद्र में तैरने लगते हैं तो मनुष्य को भी जय श्री राम का जाप निरंतर करते रहने से भवसागर से पार हो जाता है अर्थात मोक्ष की प्राप्ति होती है उन्होंने कहा कि श्री राम जी के जीवन से युवाओं को भी प्रेरणा लेनी चाहिए प्रभु राम जिनको राजतिलक होने वाला था अपने पिता के वचन की खातिर खुशी खुशी बनवास को स्वीकार कर लिया ऐसा आज्ञाकारी पुत्र हमें होना चाहिए। श्री राम कथा की महिमा का जो गुणगान करता है प्रवचन सुनता है और प्रभु राम के आदर्शों के निकट रहता है उसके अंदर का अहंकार खत्म हो जाता है श्री राम के आदर्श मनुष्य को सही राह पर चलने की प्रेरणा देते हैं वह मोह माया और लालच के साथ ही काम,क्रोध, मद ,लोभ आदि के दलदल से बाहर निकल जाता है उसे रुप,जय, तेज और यश की प्राप्ति होती है श्री राम का जन्म ही धरती पर इसलिए हुआ कि हम उनके जीवन से कुछ प्रेरणा ले सकें। व्यास जी ने कहा कि नारी जो बाहर से दयालु होती है अंदर से वह उतनी ही मानसिक रूप से मजबूत होती है अर्थात शक्तिशाली होती है जब भी परिवार में कोई संकट आता है तो नारी शक्ति के रूप में आगे बढ़कर संकट का सामना करती है आज नारी को अधिक से अधिक शिक्षित करना चाहिए नारी जीतनी ही शिक्षित होगी समाज में उतना ही उजियारा होगा नारी शक्ति से मजबूत समाज बन सकता है जब होगा घर-घर नारी का सम्मान तभी हमारा भारत और भी महान होगा। आज कथा में महापौर सुनील उनियाल गामा , जितेंद्र जोशी के साथ आज के मुख्य यजमान राम नरेश शर्मा परिवार व राज गीता परिवार और समिति के संरक्षक पवन शर्मा केंद्रीय अध्यक्ष अरुण शर्मा प्रदेश अध्यक्ष विजय जोशी जिला अध्यक्ष अनुराग गॉड जिला सचिव राजेश शर्मा, मधुसूदन रुचि शर्मा आशीष शर्मा मनीष शर्मा मुन्नालाल पंकज शर्मा देवाशीष गॉड जय कुमार भारद्वाज आदि सभी पदाधिकारी सहित हजारों की संख्या में श्री राम भक्तों ने श्री राम कथा का श्रवण किया।