जमीन के फर्जी कागजात तैयार कर 4.50 करोड़ की धोखाधड़ी

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गैंगस्टर एक्ट में निरूद्ध आरोपी को 12 घंटे के अंदर गिरफ्तार किया गया

देहरादून। जमीन के फर्जी कागजात तैयार कर 4.50 करोड़ की धोखाधड़ी करने वाले गैंगस्टर एक्ट में निरूद्ध आरोपी को 12 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि  अशोक अग्रवाल निवासी लक्ष्मण झूला जिला पौड़ी गढ़वाल ने थाना क्लेमेंनटाउन पर तहरीर दी की उनके परिचित विजय कुमार गुप्ता एवं राधावल्लभ गुप्ता को भटनागर एवं वर्मा ने क्लेमनटाउन में मुख्य सहारनपुर रोड पर एक जमीन दिखाई और बताया कि जमीन बिक्री के लिए है और काफी फायदे का सौदा है। जमीन की डील 11.50 करोड़ में तय की तथा 1 दिसंबर 2022 को 25 लाख बयाने के रूप में समीर के खाते में ट्रांसफर किए गए और 5 लाख नगद दिए गए क्योंकि रोहित पांडे की ओर से बताया गया था कि संपत्ति फातिमा बेगम के नाम है और समीर फातिमा का बेटा है, डील तय होने के बाद समीर कामयाब व अन्य लोगों ने हमें जमीन दिखाने ले गए, वहां जमीन का मुआयना कराते समय उन्होने जमीन की रजिस्ट्री के लिए फोटो खिंचवाई, जिसके बाद वह सभी लोग हमें वकील सहगल के पास उनके चेंबर में ले गए। वकील साहब द्वारा हमें जमीन से संबंधित सभी कागज दिखाएं और बताया कि कागज सब सही है, आप जमीन खरीद लो, फिर हमने इन सभी लोगों पर विश्वास करके 14 फरवरी को रजिस्ट्री टाइप करवाई और 15 फरवरी को समीर द्वारा हमारे नाम रजिस्ट्री कराई गई और हमारे द्वारा समीर के खाते में कुल 2 करोड़ 40 लाख और 1 करोड़ 85 लाख रुपए सारस्वत को व पांडे को नगद दिए और बाकी जमीन पर कब्जा होने के बाद देना बताया लेकिन जब जमीन पर कब्जा दिलाने के लिए कहा तो यह सभी लोग इधर-उधर की बातें करने लगे।  शक होने पर हमने आसपास के लोगों से जानकारी की गई तो पता चला कि जमीन पूर्व से विवादित है, जिसमें पहले भी मुकदमे चल रहे हैं तथा जमीन स्व. डीके मित्तल की है।  कब्जा नहीं मिला तो हमें पूर्ण यकीन हो गया कि इन लोगों ने हमारे साथ धोखाधड़ी कर पैसे हड़प लिए हैं। मामले में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर तुरंत आरोपी समीर की तलाश की गई तो जानकारी मिली कि समीर के खाते में काफी पैसे हैं तथा वह भागने की फिराक में है, जिस पर आरोपी समीर को उसके घर से गिरफ्तार किया गया।

पहले भी हुई थी जमीन की धोखाधड़ी

जमीन थाना क्षेत्र अंतर्गत सहारनपुर रोड से लगी हुई है जो डीके मित्तल निवासी क्लेमेंटाउन की है, जिनकी पत्नी स्व. सुशीला मित्तल की मृत्यु 2021 में कोरोना के कारण हो गई थी, जिनके कोई वारिस ना होने के कारण आरोपियों द्वारा षड्यंत्र के तहत कूट रचित दस्तावेज तैयार कर धोखाधड़ी की गई है तथा पूर्व में भी बाबर हुमायूं द्वारा भी फर्जी दानपात्र के माध्यम से कूट रचित दस्तावेज तैयार कर 9 विक्रय पत्र निष्पादित किए गए थे, जिस संबंध में स्व. डीके मित्तल ने भी वर्ष 2021 में मुकदमा दर्ज कराया था, जिसमें आरोपी बाबर हुमायूं को गिरफ्तार किया गया था।