यमुना मसूरी पंपिंग पेयजल योजना का सफल परीक्षण
मसूरी। बहुप्रतीक्षित यमुना मसूरी पेयजल योजना का पानी मसूरी पहुंचाने का परीक्षण सफलता के साथ पूरा हो गया। जिससे मसूरी के नागरिकों में खुशी की लहर है। हालांकि अभी शहर को पानी देने में समय लगेगा लेकिन योजना का सफल परीक्षण होने से लोगों में शीघ्र पानी मिलने की उम्मीद जगी है। मसूरी पानी पहुचने पर व्यापार संघ ने आतिशबाजी, मिष्ठान वितरण व ढोल बजा कर खुशी जताई।
उत्तराखंड पेयजल निगम द्वारा इस परियोजना का सफल परीक्षण किया गया और यमुना से पानी की सप्लाई शुरू हो गई। इसके पश्चात विभाग द्वारा तकनीकी जांच के बाद सुचारू रूप से इस योजना का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। 144 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित इस परियोजना का लाभ मसूरी वासियों को 2052 तक मिलेगा। इस दौरान मसूरी में कहीं भी पानी की किल्लत नहीं होगी। इस योजना के सफल परीक्षण के बाद अधिकारियों में खासा उत्साह देखा गया। योजना का कार्य 2020 में शुरू हुआ था और तय समय में मई 2023 में पानी राधा भवन टैंक में पहुचा दिया गया है। इस योजना को लागू करने में क्षेत्रीय विधायक और कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी का महत्वपूर्ण योगदान है समय-समय पर उनके द्वारा इस कार्य का निरीक्षण किया गया और अधिकारियों को शीघ्र इस योजना को पूरा करने के दिशा निर्देश दिए गये। इस बारे में जानकारी देते हुए जीएम प्रोजेक्ट मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि यह योजना पूर्ण हो चुकी है और कुछ तकनीकी परीक्षणों के बाद 22 मई से मसूरी वासियों को इसका लाभ मिल जाएगा। यह योजना मसूरी क्षेत्र के साथ ही कोल्हूखेत तक पानी की सप्लाई करेगी और उसके पश्चात यह योजना उत्तराखंड जल संस्थान को हस्तांतरित कर दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि यह योजना मसूरी के लिए है इससे मसूरी से बाहर पानी नहीं जाने दिया जायेगा।