महिला कांग्रेस की प्रदर्शन के दौरान पुलिस से हुई झड़प

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कई मुद्दो को लेकर किया सचिवालय कूच, दर्जनों प्रदर्शनकारियों को किया गिरफ्तार

देहरादून। अंकिता हत्याकांड, महंगाई, बेरोजगारी, महिला पहलवानों को न्याय दिलवाए जाने, मंत्री की दबंगई के विरोध में महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस मुख्यालय से सचिवालय तक प्रदर्शन किया गया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों व पुलिस के बीच नोक-झोंक व धक्का-मुक्की हुई। इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया।

प्रदर्शन से पूर्व महिला कांग्रेस कार्यकर्ता कांग्रेस कार्यालय में एकत्र हुई। इस दौरान महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि स्वयं एक मंत्री ने ऋषिकेश में एक नागरिक को खुलेआम पीटा, यह परंपरा लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत नही है। उन्होंने कहा स्वयं मंत्री ने कानून की धज्जियां उड़ा कर सरकार की किरकिरी की है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि ऐसे मंत्री को शीघ्र पद से बर्खास्त करना चाहिए। रौतेला ने कहा कि अंकिता भंडारी हत्याकांड में भाजपा नेता की संलिप्तता तथा सत्ता के बल पर वीआईपी का नाम उजागर न होने देने से भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने अपराधियों को संरक्षण देने का काम किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर महिला कुश्ती खिलाडियों द्वारा शारीरिक शोषण के आरोपों की जांच को लेकर भारत का नाम दुनिया में रोशन करने वाले खिलाड़ी दिल्ली के जंतर-मंतर में पिछले एक माह से लगातार आंदोलन कर रहे हैं, परन्तु भाजपा की केंद्र सरकार उनकी बात सुनने को तैयार नही है अपितु अपराधी को बचाने का काम कर रही है।  विधानभा बैकडोर भर्ती सहित राज्य में हुए लगभग सभी भर्ती घोटालों में भाजपा नेताओं की संलिप्तता उजागर हुई है तथा राज्य सरकार द्वारा दोषियों को लगातार संरक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जोशीमठ त्रासदी में प्रभावित परिवारों के विस्थापन एवं ठोस निर्णय लेने में केन्द्र व राज्य सरकार पूरी तरह विफल साबित हुई है। उन्होने कहा कि लगातार बढती मंहगाई, बेरोजगारी तथा अराजकता से जनता का ध्यान हटाने के लिए विपक्ष की आवाज दबाने का काम कर रही है।  प्रदर्शन में महिला कांग्रेस की उपाध्यक्ष आशा मनोरमा डोबरियाल, उर्मिला थापा, कोमल बोरा, संगीता गुप्ता, सविता सोनकर, मीना बिष्ट, शिवानी थपलियाल, पुष्पा पंवार, सुशीला शर्मा, अनुराधा तिवाडी आदि शामिल रहीं।