निपुण भारत मिशन के अंतर्गत अधिकारियों की एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित
देहरादून। निपुण भारत मिशन के अंतर्गत राज्य स्तरीय अधिकारियों की एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा के कक्ष में किया गया। महानिदेशक, विद्यालयी शिक्षा/राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा बैठक बंशीधर तिवारी की अध्यक्षता में आयोजित की गई बैठक में निपुण भारत मिशन के अंतर्गत किए जा रहे सभी कार्यों, भारत सरकार की ओर से निर्धारित लक्ष्यों के अनुरूप परियोजना पर विस्तृत चर्चा की गई।
निपुण भार के लक्ष्यों के अनुसार कार्ययोजना के क्रियान्वयन, विद्यालयों के अनुश्रवण पर राज्य परियोजना निदेशक की ओर से सभी राज्य स्तरीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। निपुण भारत मिशन के अंतर्गत राज्य परियोजना निदेशक की ओर से कार्यक्रम का राज्य में व्यापक प्रचार-प्रसार किए जाने के निर्देश दिए गए। छात्र-छात्राओं को निपुण भारत मिशन के विकासात्मक लक्ष्यों- स्वास्थ्य, स्वच्छता, व्यक्ति शिक्षार्थी-प्रभावी कम्युनिकेटर के साथ-साथ उनके पोषण स्तर को भी एक महत्वपूर्ण लक्ष्य के अंतर्गत शामिल किए जाने पर विशेष महत्व दिया गया। कार्यशाला के दौरान राज्य परियोजना निदेशक बंशीधर तिवारी ने बताया है कि प्रदेश में पाठ्य-पुस्तकें दो भाषाओं में मुद्रित होंगी। प्रत्येक पृष्ठ हिन्दी एवं अंग्रेजी दोनों भाषाओं में मुद्रित होगा। इससे छात्रों की अंग्रेजी भाषा में अच्छी पकड़ होगी साथ ही कई शब्दों जैसे विज्ञान विषय के लिए दोनों भाषाओं में छात्रों के लिये स्पष्टता भी बनेगी। अपर राज्य परियोजना निदेशक डॉ. मुकुल कुमार सती द्वारा निपुण भारत मिशन के अंतर्गत राज्य में किए जा रहे सभी कार्यों को कार्यशाला में प्रस्तुतीकरण के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। कार्यशाला का संचालन स्टॉफ आफिसर भगवती प्रसाद मैंदोली ने किया। कार्यशाला में समस्त अधिकारियों के द्वारा निपुण भारत मिशन के उद्देश्यों एवं लक्ष्यों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए सामुदायिक सहभागिता पर भी विशेष जोर दिया गया। कार्यशाला में तीनों निदेशालयों- माध्यमिक शिक्षा निदेशालय, प्रारम्भिक शिक्षा निदेशालय तथा अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण निदेशालय के समस्त अधिकारियों, एससीईआरटी के समस्त अधिकारी, कार्मिकों एवं समग्र शिक्षा के समस्त अधिकारी, समन्वयकों ने प्रतिभाग किया।