ब्रिटिश पीएम से इंडियन हाई कमिशन पर खालिस्तानियों के हमले पर जताई नाराजगी
देहरादून। यूके में भारत हितों के प्रबल पैरोकार केशव बटाक ने गत दिनों लंदन में इंडियन हाई कमिशन पर खालिस्तान समर्थकों के हमले और भारतीय राष्ट्रध्वज को अपमानित करने की हुई घटना पर ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक को पत्र लिख कर कड़ी नाराजगी जताई है।
एनआरआई ग्रुप लंदन-यूके के कन्वीनर केशव बटाक ने 25 मार्च को ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को लिखे कड़े पत्र में कहा कि बीते कुछ वर्षों में यूके में चरमपंथियों का दुस्साहस बढ़ा है। ये चरमपंथी यूके के शांतिपूर्ण माहौल को खराब कर रहे हैं। ये चरमपंथी कभी क्रिकेट मैच के बहाने यूके में मंदिरों पर तो कभी खालिस्तान की आड़ में इंडियन हाई कमीशन पर हमले करने के साथ भारतीय राष्ट्रध्वज का अपमान भी करते हैं।
इन चरमपंथी ताकतों के कुकर्मों से दुनिया में यूके की बदनामी हो रही है। ये चरमपंथी ताकतें यूके की ईसाइयत पर भी चोट कर रही हैं। यूके सरकार इन चरमपंथी ताकतों को मिटाने में नाकाम रही है। यूके में चरमपंथियों के हमले इंडिया और इंडियंस भर का मामला नहीं है। यूके की संप्रभुता भी इससे प्रभावित हो रही है।
यूके सरकार ने चरमपंथियों पर सख्ती बरती होती तो यूके आज भारत विरोधी तत्वों की शरणस्थली नहीं बनता। इंडियन हाई कमिशन बिल्डिंग की हाई सिक्युरिटी नहीं होने के कारण ही वहाँ खालिस्तानी चरमपंथियों का हमला हुआ।
यूके में किसी भी राष्ट्र की संप्रभुता के खिलाफ प्रदर्शनों व मुवमेंटों को अनुमति नहीं होनी चाहिए। ऐसे चरमपंथियों को कुचलने की जरूरत है। नया भारत यही कर रहा है़। आने वाले समय में भारत दुनिया की अगुआई करेगा।
यूके में बसे लाखों भारतवंशी भारत और यूके के प्रति समान रूप से निष्ठावान हैं। हम ब्रिटिश इंडियंस की आपसे काफी उम्मीदें हैं। हम नहीं चाहते कि आप ब्रिटेन को उबारे बिना रुख्सत हो जायें।
मालुम हो कि पिछले हफ्ते खालिस्तान समर्थकों ने लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग पर हिंसक प्रदर्शन-हमले करते हुए इमारत से तिरंगे को उतार दिया था। इस मामले में ब्रिटिश पुलिस और यूके सरकार की भूमिका ढ़िलवाहीपूर्ण रही है। लंदन में लाखों भारतीयों की आवाज बन कर उभरे केशव बटाक ने बड़ी ही निर्भीकता से अंग्रेजी सरकार को कड़ा जवाब दिया है, जिसकी लंदन से लेकर दमण-दीव तक प्रशंसा हो रही है।