उत्तराखण्डपर्यावरण

ग्रामीण इलाकों में प्लास्टिक के निस्तारण को लेकर डीएम की पहल।

सचल एग्री क्लिनिक वाहन के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों से उठाया जा रहा प्लास्टिक कूड़ा।

रुद्रप्रयाग 16 मार्च। जनपद के शहरी क्षेत्रों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यावरण के संरक्षण के लिए बेहतर साफ-सफाई व्यवस्था किए जाने को लेकर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित निरंतर प्रयासरत हैं। जिलाधिकारी ने ग्रामीण क्षेत्रों से एकत्रित होने वाले प्लास्टिक कचरे के उचित निस्तारण के लिए नई पहल की है। इसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में कृषकों के लिए कृषि बीज एवं उपकरण के साथ ही आवश्यक कृषि सामग्री पहुंचाने के लिए सचल एग्री क्लिनिक वाहन के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों से प्लास्टिक कूड़े को एकत्रित करते हुए वाहन के माध्यम से लाने के लिए संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों से एकत्रित होने वाले कूड़े का उचित निस्तारण किया जा सके।
मुख्य कृषि अधिकारी लोकेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के निर्देश पर ग्रामीण क्षेत्रों में एकत्रित होने वाले कूड़े को सचल एग्री क्लिनिक वाहन के माध्यम से नगर पालिका एवं नगर निकाय क्षेत्रों के कूड़ा निस्तारण स्थल तक पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग, पशुपालन, उद्यान सहकारिता समितियां, मत्स्य, डेयरी, रेशम आदि विभागों के माध्यम से कृषकों की सुविधा के लिए संचालित सचल एग्री क्लिनिक वाहन के लिए रूट चार्ट तैयार किया गया है, जो संबंधित न्याय पंचायत प्रभारियों को प्रेषित किया जाता है तथा समस्त न्याय पंचायत रोस्टर के अनुसार वाहन में भ्रमण से पूर्व ग्राम स्तर पर तैनात कर्मचारियों व ग्राम प्रधानों से संपर्क कर भ्रमण के संबंध में जानकारी देते हुए तत्पश्चात् ग्राम प्रधान तथा ग्रामीणों के सहयोग से ग्राम सभा का ठोस अपशिष्ट एकत्रित कर मोबाइल एग्री क्लिनिक वाहन में रखवा कर निकटतम नगर पालिका व नगर पंचायतों को उचित निस्तारण के लिए हस्तांतरित किया जाता है। उन्होंने कहा कि अब तक 25-25 किलो के 40 बैग एग्री क्लिनिक वाहन के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों से ठोस अपशिष्ट एकत्रित किया गया है।

Related Articles

Back to top button