बैंक की फर्जी एनओसी से वाहन बेचने वाले गिरोह का खुलासा

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रायपुर पुलिस को मिली बड़ी सफलता, चार आरोपियों को किया गिरफ्तार

देहादून। बैंक की फर्जी एनओसी से वाहन बेचने वाले गिरोह का रायपुर पुलिस ने खुलासा किया है। चार आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से वाहनों की फर्जी बैंक एनओसी, लैपटॉप, मोबाइल फोन व अन्य दस्तावेज किए बरामद। डीआईजी दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि अभिषेक बिष्ट निवासी तनिष्का विहार सहस्त्रधारा ने थाना रायपुर पर लिखित प्रार्थना पत्र दिया कि अजहर निवासी आजादनगर कालोनी नाम के गाडियों के डीलर से एक एक्टिवा 5G यूके07डीजे-2082 61 हजार में खरीदी थी। गाड़ी को रिकवरी एजेंट नवीन जैसवाल ने आईएसबीटी के यार्ड में खड़ी करवा दी। जिससे मुझे जानकारी मिली कि गाडी के पुराने मालिक ओम प्रकाश का अभी भी गाडी का लोन बैंक में बकाया चल रहा है जिसके चलते बैंक से रिकवरी में हमनें उक्त गाडी को खडा कराया है। जब मैंने जानकारी करी तो पता चला कि अजहर त्रिशक्ती सर्विस रिकवरी एजेंसी सहस्त्रधारा रोड के साथ काम करता है, जिसमें राहुल खरोला, दीपक धनै काम करते है। एजेन्सी का मालिक आनंद सिंह खरोला और रूपेश गौड है। इनके द्वारा वाहनों की फर्जी एनओसी बनाकर धोखाधड़ी की जा रही है, मेरे वाहन की फर्जी एनओसी बनाकर इन लोगों ने धोखाधडी की है इसमें इनके साथ मेहरबान सिंह खरोला नाम का व्यक्ति भी शामिल है जोकि स्वयं को बैंक का मेनेजर बताता है। तहरीर पर तत्काल धारा 420, 467, 468, 471 दर्ज कर जांच चौकी प्रभारी मयूर विहार एसआई राजेश असवाल को सौंपी गई।

पुलिस टीम ने आरोपियों अजहर, राहुल खरोला, दीपक धनै व शाहरुख अहमद को गिरफ्तार कर आरोपी अजहर के कब्जे से उसका मोबाइल फोन बरामद किया गया जिसके मोबाइल फोन में 15 वाहनों की फर्जी बैंक एनओसी की पीडीएफ, 35 वाहनों की फोटो और वाहन की ग्राहकों की खरीद फरोख्त की वटसप चैट, वाहनों की खरीद फरोख्त से संबंधित रूपए के आदान-प्रदान गुगल पे स्लीप तथा अन्य आरोपियों से की गई वटसप चैट पायी गई। पूछताछ पर बताया कि वह तीनों लगभग 3 वर्षों से त्रिशक्ति सर्विसेस रिकवरी एजेन्सी में काम कर रहे हैं जिसके मालिक आनन्द सिंह खरोला निवासी नकरौंदा डोईवाला हैं। काफी समय से यह काम करने से हम सभी को वाहन की रिकवरी से लेकर आरटीओ तक वाहन के कागजात बनाने की अच्छी जानकारी है। राहुल खरोला व दीपक धनै ने मिलकर बैंक से मिले मूल वाहनों की एनओसी की पीडीएफ बनाकर रिकवरी किए वाहनों की डिटेल भरकर फर्जी एनओसी तैयार करते आ रहे हैं।