मेयर अनीता शर्मा निकली सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करने
हरिद्वार। हरिद्वार निगम क्षेत्र में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन करने वाली कंपनियों के हड़ताल पर चले जाने से सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई थी लेकिन नगर निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों की सूझबूझ के चलते शहर की सफाई व्यवस्था को पटरी पर लाने का प्रयास किया जा रहा है।
बताते चलें कि पिछले काफी समय से कूड़ा कलेक्शन करने वाली कंपनियों कासा ग्रीन व के एल मदान डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का कार्य कर रही थी लेकिन समय पर भुगतान न होने की वजह से हड़ताल पर चली गई है जिससे शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई थी हरिद्वार जगह-जगह कूड़े के ढेर में तब्दील हो गया लेकिन नगर आयुक्त दयानन्द सरस्वती के निर्देश पर निगम ने अपने संसाधनों से निगम कर्मचारियों द्वारा अधिकांशत: कूड़ा उठाने का कार्य किया गया शहर के अधिकांश भागों में कूड़ा संग्रह किया गया। मेयर अनीता शर्मा स्वयं शहर के निरीक्षण के लिए निकल पड़ी और सफाई कर्मचारियों को उचित दिशा निर्देश देती क्षेत्र में दिखाई दी। ज्वालापुर, कनखल हरिद्वार के अधिकतर वार्डो में से सेनेटरी इंस्पेक्टर संजय शर्मा, श्रीकांत, सुनीत कुमार, विकास कुमार, मनोज सुबह से ही कूड़ा उठवाने के लिए मोर्चा संभाले हुए थे। कासा ग्रीन कंपनी के संचालक रंजन राठौड़ ने आरोप लगाते हुए कहा कि हमारी कंपनी का नगर निगम के ऊपर लगभग साढ़े तीन करोड़ रूपए बकाया है, निगम अधिकारियों को बार बार कहने बाद भी अधिकारी हमारी बात को नहीं सुन रहे हैं न ही भुगतान कर रहे हैं ऐसे में कंपनी के सामने कर्मचारियों को भुगतान देने के लाले पड़ गए है। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी जिलाधिकारी हरिद्वार के समक्ष निगम अधिकारियों ने समय पर भुगतान करने का आश्वासन दिया था लेकिन अधिकारियों की हठधर्मिता के चलते कंपनियों का भुगतान नहीं किया जा रहा है हमें मजबूरी में हड़ताल पर जाना पड़ा है