देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष और प्रवक्ता धीरेंद्र प्रताप ने चमोली जिला पंचायत अध्यक्ष पद से रजनी भंडार की की बर्खास्तगी को नैनीताल हाई कोर्ट द्वारा निरस्त किए जाने के फैसले को ऐतिहासिक बताया है। उन्होंने इसे राज्य सरकार के मुंह पर तमाचा बताते हुए कहा कि राज्य सरकार ने इस मामले में एकतरफा फैसला लेकर लोकतंत्र की हत्या की थी। जिसको अब हाईकोर्ट द्वारा सुधार दिया गया है। धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि उन्होंने 2 दिन पहले इस मामले में जारी बयान में पहले ही कह दिया था इस मामले में राज्य सरकार की करारी हार होगी क्योंकि यह फैसला बुद्धिमता पूर्ण नहीं था और केवल विधानसभा चुनाव में उनके पति राजेंद्र भंडारी की जीत से उपजी नाराजगी का प्रतीक था।