पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर की आम सभा में आगामी कार्यक्रमों पर सर्वसम्मति से सहमति बनी
देहरादून। पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर की आम सभा मंगलवार को मंदिर प्रांगण में परम पूज्य महंत श्री श्री 108 रविंद्र पुरी जी महाराज अध्यक्ष अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के सानिध्य में हुई जिसमें शिवरात्रि के महापर्व पर होने वाले कार्यक्रमों पर सर्वसम्मति से सहमति बनी।
दिगंबर दिनेश पुरी ने बताया कि रविवार 5 फरवरी को श्रद्धालुओं वा सेवादारों का जत्था अपने-अपने वाहनों से हरिद्वार से पवित्र गंगाजल लेकर आएगा। इस गंगाजल से श्री पृथ्वीनाथ महादेव का सामूहिक महा रुद्राभिषेक किया जाएगा। कावड़ियों के लिए जल चढ़ाने की अलग से व्यवस्था की जाएगी। एक द्वार से जल चढ़ा कर दूसरे द्वार से बाहर निकलने की व्यवस्था होगी। दिनभर श्रद्धालुओं को मंदिर प्रांगण में केसर युक्त दूध का प्रसाद वितरण किया जाएगा। वर्ती के लिए मखानों से बनी विशेष खीर का प्रसाद आरती के पश्चात वितरित किया जाएगा। शिवरात्रि की मध्य रात्रि में श्री पृथ्वीनाथ महादेव जी की भस्म से श्रृंगार कर विशेष आरती की जाएगी जो संपूर्ण उत्तराखंड में यदा-कदा मंदिरों में से एक यहां भी होती है। इस अवसर पर दिगंबर भागवत पुरी, दिगंबर दिनेश पुरी, नवीन गुप्ता, राजेंद्र आनंद, प्रदीप गोयल, विक्की गोयल, दिलीप सैनी, विनोद अग्रवाल, अनिल भारद्वाज, नरेंद्र ठाकुर, एडवोकेट राजकुमार गुप्ता, अनिल गोयल, अनुराग गुप्ता, वीनू गोयल, प्रवीण मोदी, दीपक मित्तल, आदित्य अग्रवाल आदि सेवादार व श्रद्धालु मौजूद रहे।
पूर्व संध्या पर सजेगी 2100 दीय़की रंगोली
सेवा दल की ओर से बताया कि गत वर्षो की भांति इस वर्ष भी शिवरात्रि की पूर्व संध्या पर 17 फरवरी की शाम मंदिर प्रांगण में श्रद्धालुओं व सेवादारों के सहयोग से लगभग 2100 दीयो की रंगोली सजाई जाएगी। इसमें आम श्रद्धालु अपने अपने घरों से दीए लाकर प्रज्वलित करेंगे और भगवान भोलेनाथ का वैदिक मंत्रोचार के साथ आवाहन वा ध्यान किया जाएगा और हलवे का प्रसाद वितरित किया जाएगा।
मध्य रात्रि से प्रारंभ होगा सामूहिक महा रुद्राभिषेक
17 फरवरी की मध्य रात्रि के पश्चात हरिद्वार से लाए पवित्र गंगा जल दूध दही घी पंचामृत भांग धतूरा माला पुष्प मिष्ठान इत्यादि से भगवान भोलेनाथ का सामूहिक महा रुद्राभिषेक विद्वान आचार्य द्वारा श्री रुद्री पाठो के वैदिक मंत्रोचार के साथ किया जाएगा जो शिवरात्रि के मुख्य पर्व दिनांक 18 फरवरी की प्रातः 4 तक संपन्न होगा इसके पश्चात आरती होगी और आम श्रद्धालु जलाभिषेक प्रारंभ हो जाएगा।