सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़े का खुलासा

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युवती समेत गैंग के चार सदस्य गिरफ्तार, गैंग लीडर फरार

लैपटॉप, फर्जी नियुक्ति पत्र, मोहरे, 90 हजार की नगदी आदि बरामद

हरिद्वार। सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़े का खुलासा करते हुए लक्सर पुलिस ने गैंग के युवती समेत चार सदस्यों को गिरफ्रतार किया है। जिनके पास से पुलिस टीम ने हजारों की नगदी समेत अन्य समान बरामद किया है। जबकि फर्जीवाड़े गैंग का मास्टर मांइड फरार है। जिसकी पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है।

फर्जीवाड़े का खुलासा एसएसपी अजय सिंह ने गुरूवार को रोशनाबाद स्थित पुलिस कार्यालय में पत्रकार वार्ता के दौरान किया। उन्होंने बताया कि बेरोजगारों से 5-10 लाख रूपये लेकर सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा करते हुए ठगी किये जाने की शिकायते मिल रही थी। एसएसपी ने बताया कि इसी दौरान पुलिस टीम को नौकरी दिलाने वाले गैंग का अहम सुराग हाथ लगा। जिस पर पुलिस टीम ने सूचना के आधर पर छापा मारकर गैंग की युवती समेत चार सदस्यों को दबोच लिया। पुलिस टीम ने मौके से एक लैपटॉप, फर्जी नियुक्ति पत्र, विभिन्न विभागों की 9 मोहरे, अभ्यर्थियों के शैक्षिक अंकतालिकाए, एक दर्जन से अधिक चैक बुक, पास बुक, 90 हजार की नगदी, 6 मोबाइल फोन, तीन चार पहिया वाहन, गार्ड को पहनने वाली आर्मी की वर्दी व पुलिस की जैकेट आदि समान बरामद की। पुलिस टीम आरोपियों को लेकर लक्सर थाने पहुंचा। उन्होने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपना नाम विजय नोटियाल, रेणू, नितिन निवासी टिक्कमपुर लक्सर हरिद्वार और सिद्धार्थ निवासी धारीवाला पथरी बताया है। जबकि गैंग लीडर अजय नोटियाल निवासी टिक्कमपुर लक्सर फरार होने में कामयाब रहा। जिसकी पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है। पुलिसिया पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि गैंग बेरोजगारों को विभिन्न सरकारी विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर 5-10 लाख लेकर उनका इंटरव्यू लेने के लिए बड़े होटलो में बुलाता था। बेरोजगारों को सरकारी विभागों में विभागीय 10 प्रतिशत कोटे के नाम पर लोक सेवा आयोग तथा अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के फर्जी नियुक्ति पत्र देता था। गैंग के लीडर की गिरफ्तारी के लिए सरगर्मी से तलाश की जा रही है। फर्जीवाड़े का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को उनकी ओर से 10 हजार का इनाम देने की घोषणा की गयी है। प्रेसवार्ता के दौरान देहात एसपी स्वप्न किशोर सिंह, लक्सर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह समेत खुलासा करने वाली पुलिस टीम मौजूद रही।