दो आरोपियों की संपत्ति सीज करने की तैयारी

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यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में आरोपियों की संपत्ति का किया गया आंकलन

देहरादून। यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले के दो अन्य आरोपियों की भी करोडों की संपत्ति का एसटीएफ ने आंकलन कर उसको भी सीज कराने की तैयारी शुरू कर दी है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा बताया गया कि यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में एसटीएफ द्वारा इस गिरोह के 24 सदस्यों के विरूद्ध गैंगस्टर एक्ट में विवेचना की जा रही है जिसमें आरोपियों की चल अचल सम्पत्ति को भी गैंगस्टर एक्ट के अन्तर्गत सीज करने की कार्यवाही भी की जा रही है। अभी तक इस गैंग के सदस्य हाकम सिंह की संपत्ति का आंकलन कर जब्तिकरण की कार्यवाही हेतु जिलाधिकारी देहरादून को प्रेषित की गई थी,जहां पर कार्यवाही प्रचलित है, अब एसटीएफ की ओर से इस गैंग के दो अन्य सदस्यों चंदन सिंह मनराल और अंकित रमोला की भी सम्पत्ति का आंकलन पूरा कर लिया गया है। जिसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार करते हुए जिलाधिकारी देहरादून को जब्तीकरण के लिए प्रेषित की गई है। बताया कि एसटीएफ की विवेचना टीम की ओर से आरोपी चंदन मनराल निवासी रामनगर, नैनीताल एवं अंकित रमोला निवासी ग्राम सुनहरा पोस्ट ऑफिस नौगांव तहसील बड़कोट थाना पुरोला जिला उत्तरकाशी के विरूद्ध अवैध सम्पत्ति की जॉच करने पर पाया कि आरोपी चन्दन मनराल द्वारा वर्ष 2015 से अब तक परिक्षाओं की धांधली से लगभग दस करोड़ सत्ताइस लाख,सोलह हजार पांच सौ आठ रुपए की अवैध संपत्ति अर्जित की गई है। अवैध आय से चन्दन मनराल द्वारा अपने व अपने परिजनों के नाम पर 21 छोटे बडे वाहनों की खरीद फरोख्त की गई । जिसमें 16 टैक्सी ट्रेवलर वाहन, 1 जेसीबी, 1 स्कॉरपियो, 3 दुपहियां वाहन शामिल हैं। इसके अतिरिक्त रामनगर के आसकृपास अचल सम्पत्ति एवं एक स्टोन क्रेशर भी परीक्षा दलाली के धंधे से खरीदा जाना प्रकाश में आया है। चन्दन मनराल एवं उसके परिजनों के विभिन्न बैंकों में 3 सितम्बर 2022 तक जमा धनराशि को भी होल्ड कराया गया है। इस गिरोह के दूसरे सदस्य अंकित रमोला जो कि हाकम सिंह का खास गुर्गा है, की संपत्ति की जांच करने में पाया की उसके द्वारा भी इस परीक्षा दलाली में चालीस लाख रूपए की अवैध सम्पत्ति जुटाई गई है। जिसमें से उसके द्वारा ग्राम विणंगघेरा, तल्ला पुरोला उत्तरकाशी में 3 अचल सम्पत्तियां क्रय की गई है। इसके अलावा विभिन्न बैंकों में अंकित रमोला के नाम पर जमा धनराशि लगभग 15 लाख रूपये पाई गई हैं। जिनको भी फ्रिज कराया गया है। इससे पूर्व हाकम सिंह की सम्पत्ति के जब्तीकरण का मामला जिला मजिस्ट्रेट न्यायालय में विचाराधीन है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ द्वारा ये भी बताया गया की इस गैंग के हर सदस्य के विरुद्ध कठोर वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित किए जाने के लिए एसटीएफ की ओर से हर पहलू पर गहनता से विवेचना की जा रही हैं और न्यायालयों में प्रभावी पैरवी भी की जा रही है।