अंकिता प्रकरण पर न्यायालय के निर्णय का करेंगे पालन: भट्ट

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भाजपा ने पूर्व सीएम हरीश रावत के धरने पर साधा निशाना

देहरादून। भाजपा ने पूर्व सीएम हरीश रावत की ओर से अंकिता प्रकरण पर राजनीति करने को बेहद दूर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कड़ी निंदा की है। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि सरकार न्यायालय के निर्णय के पालन के लिए प्रतिबद्ध है और कांग्रेस नेताओं विशेषकर हरीश रावत जैसे वरिष्ठ नेता को इस विचाराधीन प्रकरण में छोटी राजनीति करने से बचना चाहिए। महेंद्र भट्ट ने कहा कि इस दुखद घटना के सामने आने के बाद से सीएम पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों पर कठोरतम व निष्पक्ष कार्यवाही की गई। वर्तमान में यह प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है और हमारी सरकार जो भी निर्णय या निर्देश आएंगे उसके पालन को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा बेहतर होता, देवभूमि की बेटी को न्याय दिलाने की मुहिम में कांग्रेस सहयोग करती लेकिन पूर्व सीएम हरीश रावत जैसे वरिष्ट नेता का न्यायलय में विचाराधीन केस में छोटी राजनीति करना उचित नही है। उन्होंने कहा, अब तक इस संवेदनशील और दुखद घटना को लेकर राजनीति करने के आरोपों को कांग्रेस नकारती आयी है, लेकिन हरदा की इस घोषणा ने उनकी पोल खोलते हुए आरोपों पर मुहर लगा दी है ।

धर्मांतरण की घटनाओं पर लगेगी लगाम

महेंद्र भट्ट ने उत्तरकाशी पुरोला में हुई धर्मांतरण की घटना पर पूछे सवाल का जबाब देते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए ही देश का सबसे सख्त सजा वाला धर्मांतरण कानून लाया गया है। इस प्रकरण और इससे पूर्व के सभी लंबित मामलों में इस कानून के तहत कठोरतम कार्यवाही की जाएगी। यह कानून और उससे होने वाली कार्यवाही धर्मांतरण की मंशा रखने वालों के लिए नज़ीर साबित होगी।

नए वर्ष में जल्द सौंपे जाएंगे दायित्व

भट्ट ने सरकार में दायित्व दिए जाने के सवाल पर कहा कि इस विषय पर दो स्तर पर बैठक की गयी है और आगे इस पर प्रदेश प्रभारी श्री दुष्यंत गौतम के साथ बैठक प्रस्तावित है। उसके बाद दायित्वों की संभावित सूची सरकार को सौंप दी जाएगी। हमारा प्रयास है कि नए वर्ष में शीघ्र दायित्व दिए जा सकें।

सभी मंडलों का गठन दस जनवरी तक

संगठन विस्तार को लेकर प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि तीन जिलों की टीम का गठन शेष था जिन्हें घोषित कर दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त दो मोर्चा की प्रदेश टीम की घोषणा भी एक दो दिन में हो जाएगी और कुल मिलाकर 10 जनवरी तक सभी मंडलों में टीम का गठन कर लिया जाएगा। इस प्रक्रिया के लिए प्रदेश से टीमें तय हो गयी हैं जो मंडलों में प्रवास कर नामों का पैनल भेजेंगे।