वर्षिल त्यागी द्वारा नई परंपरा का श्रीगणेश

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देहरादून। वर्तमान समाज में जन्मदिन को सेलिब्रेट करना एक फैशनेबल ट्रेंड है और हर व्यक्ति , हर युवा इसे अलग अलग तरह से सेलिब्रेट करता है। वर्षिल त्यागी धर्मानंद उनियाल राजकीय महाविद्यालय, नरेंद्र नगर में बी ए पत्रकारिता एवं जनसंचार ( प्रथम सेमेस्टर) का छात्र है। वे भी अपना जन्मदिन सेलिब्रेट करते हैं। वर्षिल ने अपना अठारहवां जन्मदिन एक नई सोच के साथ मनाया। वर्षिल के जन्मदिन पर परिवार के सभी सदस्यों ने ब्लड बैंक जाकर रक्तदान करके दैवीय कार्य किया। आज सड़कों पर दौड़ भागती जिंदगियों को बचाने में ब्लड डोनेटर्स की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। बिना ब्लड के डॉक्टर भी असहाय हो जाते हैं। वर्षिल जैसे युवाओं के कारण ही डॉक्टर भी लोगों की जिंदगी बचाने में समर्थ हो पाते हैं। वर्षिल को रक्तदान की प्रेरणा अपने पिता  विशाल त्यागी से मिली। वे भी समय समय पर नियमित रक्तदान करते हैं और अब तक अनेक बार रक्तदान कर चुके हैं। वषिंल की इस नवाचारी सोच और कार्य के लिए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो राजेश कुमार उभान ने उनका उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि अन्य छात्र छात्राओं को वषिंल त्यागी से प्रेरणा लेनी चाहिए। अपने जन्मदिन पर वर्षिल त्यागी और परिवार के सदस्यों द्वारा किया जाने वाला रक्तदान समाज के लिए अनुकरणीय है।