एक शाम मोहम्मद रफी साहब के नाम… कार्यक्रम “मस्त बहारों का मैं आशिक” का किया गया आयोजन
देहरादून। स्थानीय स्वमसेवी संस्था द्वारा नगर निगम प्रेक्षागृह में सुर सम्राट मोहम्मद रफी साहब के 98 वें जन्म दिवस के अवसर पर संस्था द्वारा एक शाम मोहम्मद रफी साहब के नाम… कार्यक्रम “मस्त बहारों का मैं आशिक” का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि -महापौर सुनील उनियाल गामा, अति विशिष्ट अतिथि विधायक सविता कपूर, विशिष्ट अतिथि पूर्व पुलिस निरीक्षक पुष्पक ज्योति पूर्व राज्यमंत्री राजकुमार पुरोहित, प्रदेश प्रवक्ता विनय गोयल, एमकेपी कॉलेज मैनेजमेंट सचिव जितेंद्र नेगी, माम चंन्द एवं पार्षद अंकित अग्रवाल ने सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। तत्पश्चात प्रसिद्ध उभरती हुई नृत्यांगना अनन्या गोयल ने सरस्वती वंदना व गणेश वंदना पर अपना नृत्य प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में भारतीय संस्कृति, साहित्य,कला व संगीत को संरक्षित करने एवं उनका प्रचार-प्रसार करने हेतु उत्तराखंड की तीन विभूतियों- प्रसिद्ध लोक एवं जागर गायिका पदमश्री बसंती ,प्रख्यात ललित कलाकार ममता सिंह एवं प्रदेश के प्रसिद्ध उभरते हुए शास्त्रीय एवं ग़ज़ल गायक हिमांशु दरमोडा को संस्था द्वारा श्रंखला श्री सम्मान से सम्मानित किया गया। मोहम्मद को उत्तराखंड के प्रसिद्ध गायकों ने गाकर श्रोताओं को झूमने में मजबूर कर दिया। पीयूष निगम ने सेमी क्लासिकल गीत नव कल्पना नवरूप से रचना रची जब नार की ….गाकर सभी को मन्त्र मुग्ध कर दिया इस गीत पर हेमा मालिनी पर फ़िल्माया गया बेहतरीन नृत्य प्रसिद्ध नृत्यांगना स्वाति पालीवाल ने करके दर्शकों की खूब तालियां बटोरी। स्वर कोकिला के नाम से प्रसिद्ध गायिका मनीषा आले के गीत पत्ता पत्ता बूटा बूटा….को बहुत सराहा गया।राम सिंह अस्वाल के ऐसे तो न देखो.. संदीप अग्रवाल ने मस्त बहारों का मैं आशिक़,संजीव वर्मा के पुकारता चला हूँ मैं….अमित रावत व प्रीति रावत के गीत अच्छा जी मै हारी… सुनीता छेत्री के वादा करले…कमल थापा के तुम मुझे यूं भुला.. देवेंद्र शाही के छलकाएँ जाम… सुरेश राय के कोयल बोली दुनिया डोली…तरनजीत सिंह के एहसान तेरा होगा मुझपर…. आदि गीतों ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। पूरे कार्यक्रम को रिकॉर्ड कर लाइव भी कई प्लेटफार्म में प्रसारित किया जा रहा था जिसका टेक्निकल सहयोग देहरादून के होनहार आयुष बामनिया अनुष्का बामनिया ने किया। मंच समन्वय गरिमा जोशी व आलोक गुप्ता ने किया। रफी साहब के अनेकों डुएट्स गीतों पर नृत्य भी पेश किए गए। कार्यक्रम का बेहतरीन संचालन पपेन्द्र पाल, सुमन, मेघा,सृष्टि और सिमरन ने किया। कार्यक्रम के अतिथियों में हरिओम अग्रवाल, संजय श्रीवास्तव, योगेश अग्रवाल, सौरभ सक्सेना, चंद्रशेखर पांडेय, नवनीत सेठी, गौरव खंडेलवाल, राजन बस्नेत, चंद्रवीर गायत्री, जेपी गर्ग, डीएम लखेरा, आशीष अग्रवाल, संजीव अग्रवाल आदि उपस्थित थे।