देहरादून यातायात पुलिस ने किया क्रेश इनवेस्टिगेशन सैल का गठन
देहरादून। यातायात पुलिस ने पिछले 1 साल से ड्रोन का उपयोग, कैमरा से रेड लाइट जम्प के चालान, स्पीड कैमरा, ट्राफिक आइ एप्प आदि के प्रयोग से अपने आप को आधुनिक साबित किया है। इसी के क्रम में सड़क दुर्घटनाओं की वैज्ञानिक जांच तथा उन पर आवश्यक कार्यवाही के लिए यातायात पुलिस की ओर से दुर्घटना जांच इकाई सेल गठित की गई है। आज दुनिया भर में सड़क हादसे भयावह तरीके से बढ़ रहे हैं, जनपद देहरादून में भी सड़क दुर्घटनाओं की संख्याओं में लगातार वृद्धि हो रही हैं। मृत्यु के इस खेल में हजारों बेकसूर लोग मारे जाते हैं। वाहनों की बढ़ती संख्या तथा लापरवाही के कारण आज सड़क पर चलना या वाहन चलाना जोखिम भरा हो गया हैं। जैसे-जैसे लोग ऑटोमोबाइल खरीद रहे हैं, सड़क दुर्घटनाओं की घटनाओं में दिन-प्रतिदिन वृद्धि हो रही है। जनपद में घटित होने वाली सड़क दुर्घटनाओं के प्रबंधन और दुर्घटना की जांच के लिए प्रद्योगिकी का प्रभावी ढंग से उपयोग करके सुरक्षा में सुधार किए जाने के लिए जनपद में नई पहल के तहत पुलिस अधीक्षक यातायात अक्षय कोड़े ने अपने निर्देशन में दुर्घटना जांच इकाई का गठन किया गया है। इस सैल में दरोगा, सिपाही, महिला पुलिसकर्मी कुल आठ पुलिसकर्मी को तैनात किया गया है। इसका नेतृत्व उप निरीक्षक प्रकाश चंद्र करेंगे जिनका यातायात तथा फॉरेंसिक में विशेष अनुभव है। दुर्घटना जांच इकाई में तैनात कर्मियों की ओर से जनपद में घटित होने वाली सड़क दुर्घटनाओं पर कार्य किया जाएगा। ये टीम प्रत्येक दुर्घटना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले विभिन्न व्यक्ति और अवसंरचनात्मक वाहन संबंधी कारकों को पकड़ने की कार्यवाही करेगी। चैकिंग कार्यवाही के दौरान वाहनों की आरसी व चैसिस नंबर आदि संबंधित दस्तावेजों के अनियमितता की जांच की जायेगी। सडक दुर्घटनाओं के अभियोगो से संबंधित कार्यवाही के लिए संबंधित थानों के विवेचको से समन्वय स्थापित कर समय-समय की रिपोर्ट न्यायालय को प्रेषित करवाएगी। सडक दुर्घटनाओ में घायल व्यक्तियों को अस्पताल पहुंचाने वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर उनकी पुरस्कृत किए जाने के लिए रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को समय से प्रेषित करेगी। सडक दुर्घटनाओं के कारणो की जांच कर संबंधित को रिपोर्ट प्रेषित करेगी। सडक दुर्घटनाओं का विवरण अध्यावधिक करना।
बहुत से समय पुलिस अन्य कार्यो में व्यस्त होने से रोड एक्सीडेंट सिर्फ एफआईआ लिखने तक ही सीमित रहती है। इस इकाई के माध्यम से हम सीनियर ऑफिसर की ओर से हर एक एक्सीडेंट पर नजर रखी जाएगी, उसकी जांच होगी तथा उक्त जगह या कारणों से फिर दुर्घटना ना हो इसलिए कदम उठाए जाएंगे
– पुलिस अधीक्षक यातायात अक्षय कोंडे