8 माह का बच्चा 36 घंटे के अंदर सकुशल किया बरामद

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एक पुरुष सहित पांच महिलाओं को पकड़ा, डीआईजी गढ़वाल व एसएसपी हरिद्वार ने किया घटना खुलासा

पुलिस टीम को डीआईजी गढ़वाल ने की 30 हजार का इनाम देने की घोषणा

हरिद्वार। ज्वालापुर के मौहल्ला कड़च्छ से अपहृत आठ माह के बच्चे को पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया है। बच्चे को हरिद्वार नगर कोतवाली अंतर्गत सप्तऋषि से बरामद किया गया है। मामले में पुलिस ने दो महिलाओं को भी हिरासत में लिया है। महिलाओं ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि किसी संजय नाम के व्यक्ति ने उन्हें बच्चा दिया था। बता दें कि रविन्द्र निवासी मोहल्ला कडच्च थाना ज्वालापुर ने थाने पर सूचना दी थी कि उसका 8 माह के पुत्र शिवांग को अज्ञात व्यक्ति ने चोरी कर लिया है। इ स सूचना पर तत्काल ज्वालापुर थाने पर बच्चे के अपहरण का मुकदमा दर्ज किया गया। घटना स्थल के अनावरण के लिए एसएसपी अजय सिंह ने पुलिस अधीक्षक नगर, पुलिस अधीक्षक अपराध, सीओ ज्वालापुर, प्रभारी निरीक्षक ज्वालापुर व सीआईयू प्रभारी नरेन्द्र बिष्ट को टीम बनाकर निर्देशित किया। सीसीटीवी फुटेज से संदिग्ध व्यक्तियों के प्रकाश में आने पर जानकारियों के आधार पर पुलिस को दो महिलाओं व उसके परिवार पर शक होने पर घटना स्थल पर ड़ॉग स्काएड़ को बुला कर बच्चे के कपड़े व अन्य सामान सुंघाकर खोजी कुत्ता भी उनके घर पर गया जिससे पुलिस का शक और मजबूत हो गया। सभी संदिग्ध लोगों के मोबाइल नंबर से उनकी लोकेशन व संपर्क में आने वाले लोगों की जांच कर तलाश शुरू की गई। संदिग्ध नंबरों की लोकेशन भारत माता मंदिर के पास मिलने पर तुरन्त टीमों ने क्षेत्र की घेराबंदी की। पुलिस टीम ने पकड़ी गई महिलाओं रुबी पत्नी अमित निवासी ग्राम हरि आवास थाना गागलहेड़ी सहारनपुर हाल निवासी किरायेदार सीतापुर थाना ज्वालापुर (आशाकार्यकर्ता मौहल्ला लोधामंडी ज्वालापुर) व आशा पत्नी मनोज निवासी मौहल्ला कडच्छ थाना ज्वालापुर (आंगनबाडी कार्यकर्ता) से पूछताछ की। गिरफ्तार आरोपियों में  संजय निवासी श्यामपुर कांगड़ी, रुबी पत्नी अमित निवासी गागलहेड़ी सहारनपुर हाल निवासी सीतापुर, किरन, अनिता, सुषमा निवासी मौहल्ला कडच्छ ज्वालापुर और आशा पत्नी मनोज निवासी ज्वालापुर शामिल हैं।

ढ़ाई लाख के लालच में आंगनवाड़ी कार्यकत्री बनी बच्चा चोर

पूछताछ पर दोनों महिलाओं ने बताया कि संजय निवासी श्यामपुर कांगड़ी की अपर रोड़ हरिद्वार में कपड़ों की दुकान है जिसके बच्चे न होने के कारण उसने हमें एक बच्चा दिलवाने के लिए कहा था जिसकी एवज में उसने हमें ढ़ाई लाख रुपयों का लालच दिया था। यह बात उन्होने अपनी परिचित किरन को बतायी तो उसने बताया कि उसके पड़ोस में रविन्द्र का बच्चा 6-7 महिने का है। रविन्द्र का घर मेरे घर से सटा हुआ है, बच्चे को में आसानी से चोरी कर दे सकती हूं, परन्तु बच्चा तुरन्त पार्टी को देना होगा। योजना के मुताबिक किरन ने वादी रविन्द्र व उसकी पत्नी राखी को छत पर देख चुपचाप उसके घर में घुसकर बच्चे को उठा लिया बच्चा उस समय सो रहा था। किरन ने पहले से ही अपनी रिस्तेदार सुषमा निवासी मौहल्ला कड़च्छ को अपने घर पर बुला रखा था, किरन ने बच्चा सुषमा को ले जाने के लिए दिया सुषमा बच्चे को लेकर जटवाडा पुल पहुंची जहां किरन की मां (मुंहबोली) अनिता निवासी मौहल्ला कड़च्छ मिली दोनों ने रुबी और आशा को बताया कि काम हो गया है। आप ग्राहक को बुला लिजिए जिस पर रुबी और आशा संजय को लेकर बढेड़ी राजपूतान में स्थित एक पेट्रोल पम्प के पास मिले जहां बच्चे को संजय को देकर संजय से अनिता व सुषमा ने 50 हजार हजार कैश लिया बाकि के दो लाख रुपये संजय ने रुबी व आशा को बाद में देने का वादा किया। इसके बाद संजय बच्चे को लेकर हरिपुर कलां स्थित एक गेस्टहाउस में ले गया परन्तु सोशल मीडिया व अखबारों पर बच्चा चोरी की खबर वायरल होने पर उसने रुबी व आशा को वहां बुलाकर बच्चा उन्हे वापस कर दिया।