एसटीएफ रडार पर आया,एक और गैंगस्टर, बरेली से किया गिरफ्तार

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पिछले एक हफ्ते से एसटीएफ की टीम ने जनपद बरेली में अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए डाला था डेरा

देहरादून। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल की ओर से उत्तराखंड में गैंगस्टर एवं बड़े अपराधियों की निगरानी रखने एवं उनके सक्रिय सदस्यों की पहचान कर उनके विरूद्ध कार्रवाई करने के निर्देश अपनी एसटीएफ टीमों को दिए गए थे, जिसके क्रम में सीओ एसटीएफ सुमित पाण्डे के द्वारा गठित एसटीएफ कुमायूँ युनिट द्वारा बरेली क्षेत्रान्तर्गत छापा मारकर एक शातिर ईनामी अपराधी की गिरफ्तारी की गयी है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा बताया गया कि गिरफ्तार इनामी अपराधी दीपक गुप्ता निवासी गौरी खेड़ा थाना सितारगंज जनपद उधम सिंह नगर थाना दिनेशपुर से गैंगस्टर के मुकदमे में वाँछित चल रहा था जिस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ऊधम सिंह नगर द्वारा 25000 रु. का ईनाम घोषित किया गया था, दीपक गुप्ता के द्वारा अपने चार साथियों के साथ मिलकर कई जिलो में चोरी की वारदातें की गयी थी उसके तथा उसके चारों साथियों के ऊपर गैंगस्टर एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया था। उसकी गिरफ्तारी के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उधम सिंह नगर द्वारा 25000 के इनाम की घोषणा की गई थी। जिसकी गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ कुमाऊं की टीम लगातार पतारसी सुरागरसी कर रही थी। गिरफ्तार आरोपी के विरुद्ध यूपी और उत्तराखंड के विभिन्न थानों में 9 चोरी, पुलिस मुठभेड़ और गैंगस्टर एक्ट के मुकदमे दर्ज है। यह कुख्यात अपराधी इतना शातिर था की पीलीभीत में पुलिस द्वारा गिरफ्तारी के दौरान पुलिस पर फायर तक कर चुका है। इसके शातिराना तरीके को देखते हुए एसटीएफ द्वारा बहुत ही सटीक योजना बनाकर अभियुक्त को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। जिसके लिए पिछले एक हफ्ते से एस टी एफ की टीम उत्तर प्रदेश के जनपद बरेली में डेरा डाले हुए थी। इस दौरान पूरे ऑपरेशन में एस टी एफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लगातार नजर रखकर टीम को निर्देशित कर रहे थे,जिसके परिणाम स्वरूप कुख्यात अपराधी की गिरफ्तारी को गई। एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा यह भी बताया गया कि पकड़े गए आरोपी दीपक गुप्ता का एक साथी असीम रजा खान को एसटीएफ टीम के द्वारा इसी माह दिसंबर में सितारगंज से गिरफ्तार किया गया था, उस पर भी 25000 का नगद इनाम था। पकड़े गए दोनों इनामी शातिर अंतरराज्यीय चोर हैं, जिनके द्वारा चोरी की दर्जनों वारदातें की गई है। आगे भी कई इनामी अपराधी एसटीएफ की रडार में है, जल्द ही उनकी गिरफ्तारी की सटीक योजनाएं बनाकर एस टी एफ द्वारा काम किया जा रहा है।