सिंचाई विभाग की लगभग 150 करोड भूमि कब्जामुक्त

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जिलाधिकारी के अथक प्रयासों से प्रशासन की टीम की ओर से हटाए गए अवैध निर्माण

हरिद्वार। जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय के निर्देशों के क्रम में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई लगातार जारी है। उसी सिलसिले में गुरूवार को विभिन्न विभागों की संयुक्त टीम की ओर से अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया गया।

जिलाधिकारी  विनय शंकर पांडेय के निर्देश पर सिटी मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार सिंह, एसडीएम(सदर)  पूरण सिंह राणा, अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण सुरेश तोमर, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई मंजू, सीओ सिटी  मनोज कुमार ठाकुर, राजस्व विभाग व पुलिस फोर्स के संयुक्त टीम की ओर से 3 जेसीबी के माध्यम से पुराना आरटीओ तिराहा से भारत माता मंदिर के पास सिंचाई विभाग की 55 बीघा जमीन अतिक्रमण मुक्त कराई गई। अतिक्रमित भूमि की कीमत सर्किल रेट के अनुसार 64 करोड़ तथा बाजार मूल्य 150 करोड़ आंकी गई है। अतिक्रमण पर जिला प्रशासन के सख्त रवैये तथा जिलाधिकारी की अपील पर स्थानीय दुकानदारों की ओर से परमार्थ निकेतन सप्तऋषि मार्ग पर स्वयं किए गए अतिक्रमण को हटाया गया, जिससे अतिक्रमण के दौरान 10 फीट चौड़ा मार्ग अतिक्रमण मुक्त किए जाने के बाद 35 फीट चौड़ा हो गया। अतिक्रमण अभियान के अंतर्गत जिलाधिकारी के अथक प्रयासों के बाद सिंचाई विभाग की 55 बीघा भूमि को अतिक्रमण मुक्त किए जाने की बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। संबंधित विभागों को शासकीय विभागों की नियंत्रणाधीन व संपत्ति पर अनाधिकृत रूप से कब्जा के सम्बन्ध में प्रमाण पत्र उपलब्ध कराये जाने के भी निर्देश दिये गए थे। उन्होंने ये भी निर्देश दिए थे कि प्रमाण पत्र उपलब्ध कराए जाने के बाद भी किसी भी विभाग की भूमि पर कोई अतिक्रमण पाया गया तो संबंधित विभाग इसके लिए स्वयं उत्तरदायी होगा। उन्होंने सभी उप जिलाधिकारियों को ऐसे अवैध अतिक्रमण भूमि का चिन्हीकरण करते हुए संबंधितों को नोटिस जारी करने के भी निर्देश दिए थे। यहां यह भी उल्लेखनीय है जिलाधिकारी की ओर से समय-समय पर स्वयं भी स्थलीय निरीक्षण कर इसकी मॉनिटरिंग की जा रही है। उन्होंने कहा है कि वे अतिक्रमण हटाने के लिए कृत संकल्प है तथा अतिक्रमण हटाने की यह कार्रवाई भविष्य में भी चलती रहेगी।