उत्तराखण्ड

वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम — जिलाधिकारी ने मांगी सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की ठोस योजना

पिथौरागढ़।वाइब्रेंट विलेज योजना के अंतर्गत जनपद पिथौरागढ़ में चल रहे विकास कार्यों की विभागवार समीक्षा बैठक आज कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी श्री आशीष भटगांई की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में शिक्षा, स्वास्थ्य, विद्युत, पेयजल, ग्राम्य विकास, लोनिवि, पीएमजीएसवाई, बाल विकास समेत अन्य विभागों द्वारा की जा रही प्रगति की विस्तृत समीक्षा की गई।

परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास श्री आशीष पुनेठा ने जिलाधिकारी को बताया कि भारत सरकार की वाइब्रेंट विलेज योजना के प्रथम चरण में 24 गांव और द्वितीय चरण में 24 अन्य गांव शामिल किए गए हैं। इस प्रकार कुल 48 सीमांत गांवों का समग्र विकास इस योजना के अंतर्गत किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में गुंजी, कुटी, नाभि, बूढ़ी, गर्ब्यांग, रौंसला, गूंठी आदि गांव शामिल हैं, जबकि द्वितीय चरण में धारचूला ब्लॉक से 10, मुनाकोट से 9 और कनालीछीना से 5 गांव चयनित किए गए हैं।

उन्होंने जानकारी दी कि जनपद की 62 योजनाओं हेतु ₹5.58 करोड़ की धनराशि स्वीकृत हो चुकी है, जबकि 15 अतिरिक्त योजनाओं के लिए ₹4.46 करोड़ की राशि स्वीकृति होनी है।

इस योजना के अंतर्गत ट्रेकिंग रूट निर्माण, कैलाश म्यूजियम की स्थापना, सोलर लाइटिंग, गूंजी में इनडोर स्टेडियम, सेब-कीवी-सिटरस बागवानी, जड़ी-बूटी एवं दुग्ध उत्पादन जैसे नवाचार प्रस्तावित हैं। इनसे स्थानीय रोजगार व आय वृद्धि को गति मिलेगी।

जिलाधिकारी ने कहा कि— “सीमांत क्षेत्रों में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। वाइब्रेंट विलेज योजना न केवल पलायन रोकने में मदद करेगी, बल्कि ग्रामीण आजीविका के नए द्वार भी खोलेगी।” उन्होंने विभागों को सुझाव देते हुए कहा कि इको-फ्रेंडली मटेरियल का प्रयोग ज्यादा से ज्यादा किया जाए और प्रत्येक गांव में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लान तैयार कर कार्य करने के निर्देश दिए।

मुख्य शिक्षा अधिकारी व जिला कार्यक्रम अधिकारी को जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि माइग्रेशन-प्रभावित क्षेत्रों में विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए प्रस्ताव शीघ्र तैयार करें।

मुख्य विकास अधिकारी डॉ. दीपक सैनी ने सभी विभागों को निर्देश दिए कि अपने अधीन प्रोजेक्ट्स के प्रस्ताव 2 सप्ताह के भीतर प्रस्तुत करें।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डॉ. दीपक सैनी, परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास आशीष पुनेठा, डीडीओ रमा गोस्वामी, डीपीआरओ हरीश आर्या, आईटीबीपी 14, 36 व 07 बटालियन के अधिकारी, सेना प्रतिनिधि तथा सभी संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक का संचालन परियोजना निदेशक आशीष पुनेठा ने किया।

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