उत्तराखण्ड

पर्यटकों के लिए खुले टाइगर रिजर्व के द्वार

देहरादून। मंगलवार से राजाजी टाइगर रिजर्व के पर्यटक द्वार पर्यटकों के लिए खोल दिए गए। मोतीचूर गेट को सुबह 10 बजे रेंज अधिकारी आलोकी ने रिबन काटकर पर्यटकों के लिए खोला। इस दौरान गेट को फूल मालाओं से सजाया गया। वहीं चीला रेंज के गेट भी पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है।
गौरतलब है कि पार्क 15 नवंबर से 15 जून तक पर्यटकों के लिए खुला रहता है। इस बार पार्क में अच्छी संख्या में पर्यटकों के आने की उम्मीद लगाई जा रही है। पार्क में सात रेंज हैं। इनमें से पांच रेंज में पर्यटक जंगल सफारी करते हैं।
मोतीचूर और चीला रेंज पर्यटकों की पहली पसंद हैं। मोतीचूर की रेंज अधिकारी आलोकी ने बताया कि जंगल सफारी के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं।
राजाजी टाइगर रिजर्व वन्यजीवों और प्राकृतिक खूबसूरती के लिए मशहूर है। यहां हर साल लाखों पर्यटक जंगल सफारी का आनंद लेने आते हैं। एशियाई हाथी यहां का सबसे बड़ा आकर्षण का केंद्र है। यहां अब बाघों का परिवार भी तेजी से बढ़ रहा है। सैलानियों को भी बाघ आसानी से दिख जाते हैं
राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क में मोतीचूर, चीला, गौहरी, कांसरो, हरिद्वार, चिल्लावली, बेरीवाड़ा, धौलखंड पूर्वी व धौलखंड पश्चिमी रेंज व रवासन यूनिट शामिल हैं। यह पार्क 820.42 वर्ग किलोमीटर के दायरे में फैला हुआ है। इसमें पक्षियों की 315 व स्तनपायी की 23 प्रजाति पायी जाती हैं। गंगा समेत कई छोटी नदियां भी यहां से गुजरती हैं। पार्क की पर्यटक रेंजों के गेट हर साल 15 नवंबर से 15 जून के बीच खुले रहते हैं।

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