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घाटों पर स्वयं मुस्तैद रहे जिलाधिकारी-वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक
हरिद्वार। कार्तिक पूर्णिमा पर देश भर से आए लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित किया। स्नान को सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस प्रशासन ने मेला क्षेत्र को 9 जोन एवं 33 सेक्टरों में विभाजित कर सुरक्षा व जाम से निपटने के इंतजाम किए थे। कार्तिक पूर्णिमा पर चन्द्र ग्रहण होने से बने विशेष ज्योतिषीय संयोग के चलते देश के विभिन्न राज्यों से लाखों श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचे और हरकी पैड़ी सहित विभिन्न घाटों पर गंगा स्नान व दान पुण्य कर परिवारों के लिए सुख समृद्धि की कामना की। कार्तिक पूर्णिमा स्नान वर्ष का अंतिम बड़ा स्नान पर्व होता है। आध्यात्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण होने के साथ चन्द्र ग्रहण होने के चलते बने विशेष ज्योतिषीय संयोग का लाभ उठाने के लिए स्नान पर्व से एक दिन पूर्व ही लाखों श्रद्धालु हरिद्वार पहुचे गए थे। स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने तिल व तिल से बनी वस्तुओं का दान भी किया। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा स्नान वर्ष का
आखिरी बड़ा स्नान होने के कारण भारी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचे थे और साथ ही संयोग से चंद्रग्रहण पड़ने के कारण श्रद्धालुओं का आगमन लगातार जारी है। जिसको देखते हुए पूरे मेला क्षेत्र को 9 जोन और 33 सेक्टरों में बांटकर वहां पर अधिकारियों की तैनाती की गई थी साथ ही मेला क्षेत्र में विशेष ट्रैफिक प्लान भी लागू किया गया था। गंगा सभा के अध्यक्ष प्रदीप झा ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन आंवले का दान करने से विशेष पुण्य फल की प्राप्ति होती है, अब बस में चार माह भगवान विष्णु आप इसमें को विशेष पड़ी है, परंतु इसमें भी कार्तिक माह का विशेष महत्व होता है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान और दान करने से श्रद्धालुओं की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। स्नान पर्व को सकुशल संपन्न कराने के लिए जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय व एसएसपी अजय सिंह हरकी पैड़ी सहित पूरे मेला क्षेत्र के सुरक्षा प्रबंधों का जायजा लिया और अधीनस्थों को जरूरी दिशा निर्देश दिए।