श्रीनगर। जल निगम कार्यालय युद्धस्थल में तब्दील हो गया जब निगम के एक ठेकेदार और निगम के अधिशासी अभियंता के बीच जमकर तू-तू मैं-मैं हो गई। हंगामा इतना बढ़ा कि अधिशासी अभियंता ने ठेकेदार को कमरे में बंद कर दिया और बाहर से ताला लगा दिया। पुलिस को बुलाने के बाद हालात कुछ सामान्य हो सके। अब दोनों पक्ष एक दूसरे पर पुलिस कार्रवाई करने की बात कर रहे हैं।
ठेकेदार सुशील जोशी का कहना है कि उन्होंने पाबौ ब्लॉक में निगम की योजना में पंप बनाने का कार्य किया था। ये काम 6 महीने पहले कर दिया गया था। अब जब वो अपनी पेमेंट के लिए निगम कार्यालय पहुंचे और संबंधी अधिशासी अभियंता से की तो उन्होंने उनसे बदतमीजी की, उनको कमरे में बंद कर दिया और बाहर से ताला लगा दिया। वहीं, पूरे मामले में अधिशासी अभियंता जल निगम आरसी मिश्रा ने खुद का बचाव करते हुए कहा कि संबंधित ठेकेदार को जो काम दिया था वो मानकों के मुताबिक पूरा नहीं किया गया था। जब उनसे इस पर सवाल पूछा गया तो ठेकेदार प्रधान द्वारा दिया एक पत्र दिखाने लगे जो नियम अनुसार मान्य नहीं है। जब उनका पेमेंट रोकने की बात कही गयी तो वो बदतमीजी करने लगे, जिस कारण मजबूरन उन्हें कमरे में बंद करना पड़ा।