देहरादून 16जुलाई । गुरु प्रेमसुख धाम 16 नेशनल रोड लक्ष्मण चौक में स्थित इच्छापुरण संकटमोचक सिद्ध पीठ गुरु प्रेमसुख समाधि स्थल में जैन महामृत्युंजय का जाप करते हुए प्रवचन में जैन संत अनुपम मुनि जी महाराज ने कहा जैन जीवन शैली भी कल्याणकारी है व्यक्ति को अहिंसक होना चाहिए सत्य का आचरण करना चाहिए चोरी का क्या करना चाहिए सील संतोष का पालन करना चाहिए जीवन शैली में अनेक प्रकार की मर्यादाए रखनी चाहिए फिजूल का पाप कभी नहीं करना चाहिए प्रतिदिन सामायिक करना चाहिए व्रत नियम नियम कौशल आदि अष्टमी नवमी तिथि पक्षी में प्रतिक्रमण आदि करना चाहिए प्रतिदिन अतिथि की सेवा जरूर करना चाहिए यह एक जिनेंद्र भगवान की मान्यता करने वाली श्रावक को या भक्तों को अपने जीवन में जरूर अपनाना चाहिए यही एक जीवन शैली है जैन जीवन शैली और मोक्ष के मार्ग में अग्रसर होने के लिए उन्होंने उपस्थित जन को कहा एक सदस्य को दान शील तप भावना का आचरण सदैव सदैव करना चाहिए अंत में तप सम्राट गुरुदेव श्री राजेश मुनि जी महाराज ने श्रोता जनों को अपने मंगल पाठ के द्वारा लाभान्वित किया इस अवसर पर रोहतक से आए श्रीमान सुशील जैन वर्तमान श्रावक संघ प्रेमसुख धाम के प्रधान मदन लाल जैन और यहां के महामंत्री संदीप जैन राजीव जैन गोपाल जी पत्रकार महिला अध्यक्षा में श्रीमती रतन बालाजी अनीता जैन दादी विमला जैन पिंकी जैन चंदनबाला जैन आदि आदि सैकड़ों आदमी उपस्थित भक्तजन उपस्थित थे।