देहरादून 16 जुलाई । भारतीय वैश्य महासंघ,जी. एम.एस. मंडल, देहरादून की ओर से *आदित्य दून शायर, साईं लोक* तथा *राजकीय प्राथमिक विद्यालय, ढंडार* में *उत्तराखंड के लोक पर्व हरेला* के पावन पर्व पर वृक्षारोपण एवं चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
वृक्षारोपण करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारतीय वैश्य महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष श्री विनय गोयल जी ने कहा कि उत्तराखंड अपनी प्राकृतिक सौंदर्यता, सुरमयता, रमणीयता एवं बासंती वैभव के लिए जग प्रसिद्ध रहा है। उत्तराखंड में स्थित हिमालय की हरीतिमा संपूर्ण विश्व को आकर्षित करती है। उत्तराखंड को हरा भरा बनाए रखने के लिए प्रतिवर्ष 16 जुलाई को हरियाली का पर्व हरेला मनाया जाता है। श्री गोयल ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन के लिए न केवल हमको वृक्ष लगाने हैं,वरन जिस प्रकार हम नवजात बच्चों की देखभाल करते हैं, उसी प्रकार से हमको इन छोटे पौंघौं की कम से कम 1 वर्ष तक देखभाल करनी है। हमें इन पौधों को समय से निराई गुड़ाई के साथ-साथ खाद पानी भी देना है।
जी एम एस मंडल के अध्यक्ष श्री संजय गुप्ता जी ने अशोक का वृक्ष लगाते हुए कहा कि
*तरु अशोक मम करहूं अशोका*
श्रीलंका में अशोक वाटिका में सीता मैया ने अशोक के वृक्ष की पूजा अर्चना की थी।इसलिए हिंदू संस्कृति में अशोक के वृक्ष की विशेष महत्वा है, तथा इसे बहुत ही आदर एवं श्रद्धा के साथ लगाया जाता है।
जी एम एस मंडल के महासचिव शिखर कुचछल ने आम का पेड़ लगाते हुए कहा कि आम का पेड़ इतना शुभ होता है कि कोई भी शुभ कार्य करने से पहले आम के पेड़ के पत्तियों को घर के मुख्य द्वार पर लगाया जाता है।
संस्था के सह सचिव एवं मीडिया प्रभारी संजय गर्ग ने बताया कि राजकीय प्राथमिक विद्यालय ढंडार में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए तथा वृक्षों की महत्ता बताने के लिए छात्र छात्राओं के मध्य एक चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें कक्षा पांच की कु सोनम ने प्रथम स्थान, कक्षा 4 की कु आरती ने द्वितीय स्थान तथा कक्षा 5 की रोशनी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। विजयी छात्राओं को भारतीय वैश्य महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष विनय गोयल जी ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
इस पावन पर्व पर छायादार, फलदार एवं सजावटी 50 से अधिक पौधे लगाए गए।