देहरादून 30 मई। लोकतंत्र का चौथा स्तंभ प्रेस अपने दायित्वों का बखूबी निर्वाह कर रहा है। मीडिया कार्यपालिका, न्यायपालिका व विधायिका पर अंकुश लगाने का कार्य कर रहा है।
उक्त विचार आज पत्रकारिता दिवस पर देवभूमि पत्रकार यूनियन, पंजी. द्वारा आयोजित विचार गोष्ठी में मुख्य अतिथि पद से बोलते हुए धर्मपुर विधायक श्री विनोद चमोली जी ने व्यक्त किये।
उन्होंने कहा कि आज भी राज्य के दूर दराज क्षेत्रों में क्षेत्रीय लघु व मंझौले अखबार प्रमुखता से पढ़े जाते हैं। जबकि सरकार की ओर से इनके सहयोग हेतु बहुत कुछ करने की दरकार है। बड़े घरानों के अखबारों के एकाधिकार के चलते छोटे अखबारों पर संकट उत्तपन्न हो गया है।
मुख्य वक्ता पद से डा. प्रभाकर उनियाल ने कहा कि देश, समाज, संस्कृति के निर्माण में मीडिया की उल्लेखनीय भूमिका रही है। सभी क्षेत्रों, वर्गो में प्रेस की भूमिका आवश्यक व महत्वपूर्ण रही है। वर्तमान हालात में प्रेस की जिम्मेदारी ओर भी बढ जाती है। प्रेस को टी आर पी व सस्ती लोकप्रियता से देशहित में बचना ही होगा।
मुख्य वक्ता, वरिष्ठ साहित्यकार, पत्रकार डा. मुनीराम सकलानी जी ने आदि पत्रकार देवऋषि नारद को प्रथम पत्रकार बताते हुए कहा कि वे लोकोपकारी व जनहितकारी सूचना ही नहीं देते बल्कि शंका का समाधान भी सुझाते हैं। हमें सकारात्मक पत्रकारिता धर्मिता का निर्वाह करना होगा।
इनके अतिरिक्त पंडित सुभाष चंद्र जोशी, रवि अरोड़ा, एस.एन. उपाध्याय, गोपाल सिंघल, रामप्रताप रामप्रताप मिश्र साकेती, राजेंद्र व्यास, अरुण मोंगा, गिरधर शर्मा, अंकित भट्ट, मनमोहन चमोली (पार्षद) आदि ने अपने विचार रखे। इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री विनोद चमोली जी द्वारा यूनियन की नवीन जिला इकाई देहरादून कार्यकारिणी के पदाधिकारियों का अंग वस्त्र व माल्यार्पण कर स्वागत किया।
कार्यक्रम का प्रारंभ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन से हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष विजय जायसवाल, व संचालन प्रदेश महासचिव डा. वी डी शर्मा ने किया।
इस अवसर पर डॉ.चंद्र सिंह तोमर, अनिल वर्मा, राजकुमार छाबड़ा, दीपक गुलानी, ऋतुराज गैरोला, गीता पांडेय, दीपाली कश्यप, शशिकांत मिश्रा, राजेश भटनागर, रजनीश ध्यानी, दीपक धीमान, आलोक शर्मा, नवीन जोशी, नवीन घिल्डियाल, संदीप शर्मा, खालिद, रजत शर्मा, जागेश ममगाई, हर्षनिधि शर्मा, डा.विजय शंकर शुक्ल, अनुराग सेमवाल, गौरव भारद्वाज, शैलेंद्र पोखरियाल, मनीषा बमोला, मनवीर सिंह नेगी, संजय त्यागी, योगेश सक्सेना, दीपक धीमान आदि मुख्यरूप से उपस्थित थे ।