देहरादून 01मई । रविवार को जैन समाज के गुरुदेव श्री कानजी स्वामी जी की 133वीं जन्म जयंती श्री दिगंबर जैन मुमुक्षु मंडल द्वारा हर्षाेल्लास से श्री कुंदकुंद कहान दिगंबर जैन स्वाध्याय मंदिर में मनाई गई।
कार्यक्रम का आयोजन वीना जैन के निर्देशन में किया गया। कार्यक्रम का संचालन वंदना जैन, प्रीति जैन ने किया। जिसमें श्री दिगंबर जैन मंदिर सरनीमल हाउस में गुरुदेव श्री का सीडी प्रवचन व रंगारंग आध्यात्मिक, सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल रहे। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से उत्तराखंड अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष डा. आरके जैन, प्रवीण जैन, सचिन जैन, सीएस जैन, डा.सजीव जैन, अमित जैन, ध्रव जैन,सुभाष चंद्र जैन ने शिरकत की। आयोजित कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जैन धर्म को जन जन तक पहुंचाना और उनके मुख्य सिद्धांतों पर चलना था। मुख्य अतिथि डा. आरके जैन ने कहा कि सभी को गुरुदेव कानजी स्वामी के बताएं मार्ग पर चलना चाहिए। नई पीढ़ी के लोग धर्म उपदेशों का लाभ उठाएं और अपनी आत्मा का कल्याण करें। इस अवसर पर सुनील जैन ने कहा कि धर्म के बीज बच्चों के अंदर बोए जा रहे हैं वह निश्चित रूप से भविष्य में अंकुरित होकर धर्म का वट वृक्ष बनेंगे। आयोजित कार्यक्रम में कुंदकुंद कहान के अमृतचंद आचार्य द्वारा लिखित सुंदर कथाओं का सुंदर तरीके से प्रदर्शन किया गया। इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत महावीर वंदना से हुई। पाठशाला के छोटे-छोटे बच्चों ने नृत्य नाटक मैं आत्मा हूं, मैं जीव हूं, चेतन राजा कहां गए थे आदि पर सुंदर कार्यक्रम किए। भारतीय जैन मिलन की केंद्रीय महिला संयोजिका मधुसचिन जैन, सुनीता, दीप्ती, श्वेता, संगीता, प्रभा, दीपिका, निशा, दीपशिखा, बबीता, नीतू, सीमा, संध्या, अनुभा, सोनम, लवी, शिखा, कामना, मंजू, हर्षिदा, वंदना, ईरा, मनीषा, सारिका, प्रीति, रिया, वीना, वैशाली, रितू, डोली, शुचिता, सोनम, सरिता, हीरा, रजनी, ज्योति राज, मोनिका, रचना, आशी, अलका, रेखा जैन आदि मौजूद रहे।