कहा अब जो भी करेंगे, बुनियादी स्तर से ही शुरूआत करेंगे
देहरादून 27 मार्च । उत्तराखंड की राजनीति में कमजोर होते जा रहे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत शायद अब समझ नहीं पा रहे हैं उन्हें आगे करना क्या है? हालांकि चर्चा में बने रहने का गुण वह भली भांति जानते हैं फिर चाहे वह सत्ता में लौटने की हवा बनाने की कवायद हो या फिर शपथ ग्रहण में उनकी अनुपस्थित के बाद दिए जाने वाले बयान। हालाकि इस बात में अब कोई मतभेद नहीं रह गया है कि उत्तराखंड की राजनीति से हरीश रावत की विदाई होने का समय तो आ ही गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री एवं लालकुआं विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी सीएम हरीश रावत ने अपनी हार के बाद सोशल मीडिया पर एक भावुक संदेश जारी किया है। उन्होंने लिखा है कि मैं लालकुआं क्षेत्र के लोगों से ;बिंदुखत्ता, बरेली रोड के सभी लोगों से क्षमा चाहता हूं कि मैं उनका विश्वास अर्जित नहीं कर पाया और जो चुनावी वादे मैंने उनसे किए उनको पूरा करने का मैंने अवसर खो दिया है। बहुत अल्प समय में आपने मेरी ओर स्नेह का हाथ बढ़ाने का प्रयास किया और मैं अपने आपको आपके बढ़े हुए हाथ की जद में नहीं ला पाया। कांग्रेसजनों ने अथक परिश्रम कर मेरी कमजोरियों को ढंकने और जनता के विश्वास को मेरे साथ जोड़ने का प्रयास किया।
अपने संदेश में श्री रावत ने कहा है कि राजनीति के क्षेत्र में अब आगे वह जो भी करेंगे वह बुनियादी स्तर से ही शुरू करेंगे, लेकिन फिलहाल वह जनादेश को स्वीकार करते हैं। उन्होंने कहा कि वे समय-समय उत्तराखंड से जुड़े बुनियादी मुद्दों पर अपनी बात रखते आए हैं, लेकिन जनता से किए गए वादों को पूरा करने का इस बार उन्हें मौका नहीं मिल पाया।