हरिद्वार। चौत्र मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को शीतला अष्टमी मनाई जाती है। इस दिन घरों में चूल्हा नहीं जलाया जाता है और शीतला माता को बासे खाने का भोग लगाकर उसे ही प्रसाद के रूप में खाया जाता है। शुक्रवार को कनखल में राजा दक्ष की कुलदेवी के रूप में विराजमान मां भगवती शीतला माता का भक्तों ने श्रद्धा और उत्साह के साथ पूजन किया। मंदिर के पुजारी राकेश गिरी ने बताया कि प्रात काल से ही मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। सभी भक्तों ने माता को बासी भोजन का प्रसाद भेंट कर मनोकामना पूर्ति का आशीर्वाद लिया।