देहरादून 20 मार्च । हरिद्वार जिले की खानपुर विधानसभा सीट पर पीछले कई वर्षो से कुंवर प्रणव चैपिंयन का राज था। बता दे कि खानपुर विधानसभा सीट हरिद्वार जिले में आती है. वर्तमान में इस सीट से विधायक बीजेपी के कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन थे। वही इस बार के चुनाव 2022 में चैंपियांन की जगह भाजपा ने उनकी पत्नी कुंवरानी देव्यानी सिंह को खानपुर सीट से टिकट दे कर चुनाव में उतारा वही पत्रकार निर्दलीय के रूप में खानपुर सीट से चुनाव लड़े और जीत हासिल कर कांग्रेस से सुभाष सिंह चौधरी सहित AAP से मनोरमा त्यागी, बसपा से रवीन्द्र सिंह और (SP) से दीदार सिंह को चौंकाया दिया।

वही अब खानपुर से निर्दलीय विधायक चुने गए (पत्रकार) उमेश कुमार उर्फ उमेश शर्मा के निर्वाचन को हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है। उत्तराखंड में चुनावी 2022 परिणाम आ गया है।जिसमें भाजपा को 47 सीट के साथ सबसे बड़ा बहुमत मिला है। वही कांगेस को 19 सीटो पर सिमट गई, अन्य पर 4 सीट जिसमें 2 बासपा 2 निर्दलीय सीट है। मंत्रीमंडल तय नहीं हुआ है लेकिन नवनिर्वाचित विधायक पर सवाल उठने लगे है।सूत्रो के हवाले से मिली खबर के मुताबिक हरिद्वार जिले की खानपुर विधानसभा सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार उमेश कुमार के निर्वाचन को नैनीताल हाई कोर्ट में चुनौती दी गई है।

वही 18 मार्च शुक्रवार को होली अवकाश के बावजूद कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजय कुमार मिश्रा व न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी की खंडपीठ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए याचिका की अर्जेंट सुनवाई की। वही इस सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता पर्याप्त तथ्य कोर्ट में नहीं दे सका। वही जिस पर हाईकोर्ट ने याचिका की स्थिरता पर सवाल उठाया है। जिसमें रिकॉर्ड को पेश करने हेतु याचिकाकर्ता ने समय मांगा है। जिस पर नैनीताल हाईकोर्ट ने इस मामले की अगली सुनवाई की अब तिथि 23 मार्च की निर्धारित की है। और 23 मार्च को ही नई सरकार का गठन भी होना है। वही इस दौरान याचिका में खानपुर विधायक उमेश शर्मा (पत्रकार) पर नामांकन के साथ दाखिल शपथपत्र में महत्वपूर्ण तथ्य छुपाने का आरोप लगाया है। साथ ही शपथ पर रोक लगाने की मांग की गई है।