घोषणा पत्र में कई वायदे उत्तरप्रदेश के घोषणा पत्र से ।
देहरादून 09 फरवरी । आज देहरादून में केंद्रीय परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी द्वारा भारतीय जनता पार्टी का चुनावी घोषणा पत्र जारी कर दिया गया। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और भाजपा के सभी वरिष्ठ नेताओं ने इसे जनता को समर्पित किया। कहा कि इसमें हर वर्ग को ध्यान में रखा गया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि ये देवों और वीर जवानों की भूमि है। दृष्टिपत्र उत्तराखंड के विकास की दृष्टि है। पीएम मोदी नेतृत्व में देश के साथ ही उत्तराखंड में अच्छा काम हुआ है। हमने सात साल में 50 लाख करोड़ के काम किए हैं। इस देश में पैसे की कमी नहीं है, दृष्टि की कमी है।
विमोचन से पहले पूर्व सीएम निशंक व घोषणापत्र के संयोजक डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने घोषणापत्र की खास बातें सामने रखीं। कहा कि उत्तराखंड के इतिहास में यह पहला अवसर है, जिसमें कभी सोचा न होगा कि एक ऐसा दृष्टिपत्र तैयार हुआ, जिसमें आम जनता की सहभागिता हुई है। हमने ब्लॉक स्तर तक सुझाव पेटिका रखने के बाद लोगों से सुझाव लिए हैं। उनसे पूछा है कि आप कैसा उत्तराखंड चाहते हैं। अगले 10 वर्ष उत्तराखंड के हैं। कहा कि ये दृष्टिपत्र, उत्तराखंड को आदर्श राज्य बनाने की दिशा में मार्ग प्रशस्त करेगा। हमने ये भी देखा कि किस योजना पर कितना पैसा लगेगा और कहां से आएगा। इस दृष्टिपत्र में हर वर्ग और हर क्षेत्र को ध्यान में रखा गया है।हम हर दृष्टि से सुरक्षित देवभूमि चाहते हैं। भूमि पर अवैध कब्जे रोकने के लिए हम भू-कानून लाएंगे। पूर्व सैनिकों के कल्याण की दिशा में काम किया जाएगा। जनरल बिपिन रावत की याद में पूर्व सैनिक क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट बनाया जाएगा, जिसमें पांच लाख तक की सुविधा होगी। हम केंद्र के 6000 के साथ ही राज्य सरकार से 6000 मिलाकर किसानों को12000 रुपए देंगे। कहा कि बागवानी के लिए 500 करोड़ और डेयरी के लिए 500 करोड़ रुपए देंगे। गढ़वाल के चार धाम की तरह कुमाऊं के मानस खंड मंदिर मिशन माला के तहत मंदिरों को व्यवस्थित करेंगे। मिशन मायापुरी के तहत हरिद्वार को आस्था और अध्यात्म का केंद्र बनाएंगे। गरीब घर और गरीब महिलाओं को साल में तीन गैस सिलिंडर फ्री देंगे। हमने 70 विधानसभा में 70 एलईडी रथ के माध्यम से 70 सुझाव पेटिका भेजी। प्रदेशभर से सुझाव आए। इसके बाद हमने सभी जिलों में बात की। हमने 13 जिलों में जाकर सबकी राय ली। महिला, नौजवान सबकी बात को हमने इसमें रखा है। कई राजनीतिक दल कमरे में बैठकर बनाते हैं, हमारा कमरे वाला घोषणापत्र नहीं है।
उन्होंने कहा कि यह जनता के बीच जाकर जनता के लिए बनाया गया घोषणापत्र है। हमने 2017 के घोषणापत्र को पूरा किया है। हमने अपने घोषणापत्र में पूरे सुझाव लेने के बाद, तैयार किया है। हमारा दृष्टिपत्र जनता की भावनाओं को पूरा करेगा। बीपीएल परिवारों की महिला मुखिया को 2000 रुपये प्रतिमाह, उस परिवार के बच्चों को 1000 प्रति माह अलग से दिया जाएगा। महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए 500 करोड़ की निधि रखी जाएगी। सचल चिकित्सालय शुरू किए जाएंगे, जिसमे सभी सुविधाएं होंगी। वहीं मोबाइल अस्पतालों में जन औषधि में 190 से बढ़ाकर 400 दवाई तक दी जाएंगी। असंगठित मजदूरों को 6000 की पेंशन और पांच लाख का दुर्घटना बीमा किया जाएगा।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी वर्चुअली जुड़े रहे। इस दौरान उन्होंने कहा कि शेरशाह सूरी के बाद देश में सड़कों का जो काम नितिन गडकरी ने किया, वह ऐतिहासिक है। यह दृष्टिपत्र न्यू उत्तराखंड के लक्ष्य की प्राप्ति में काम करेगा। इस दृष्टिपत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के हिसाब से सभी बिंदुओ पर जनता के सामने रखा है। इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि पार्टी ने एक ऐसे अनुभवी नेता को इस दृष्टिपत्र को तैयार करने की जिम्मेदारी दी थी, जिन्होंने उत्तराखंड को बतौर सीएम बेहतर समझा है। पूर्व सीएम निशंक की जिम्मेदारी में ये दृष्टिपत्र तैयार हुआ है। कहा कि अन्य दलों और हमारे घोषणापत्र में अंतर मिलेगा। हमारा घोषणापत्र जनता का है। घोषणापत्र को तैयार करने में डीएवी के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. देवेंद्र भसीन, डीबीएस कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. ओपी कुलश्रेष्ठ ने अहम योगदान दिया। कार्यक्रम केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत, पूर्व सीएम तीरथ रावत, रानी राज्यलक्ष्मी शाह, मदन कौशिक और पूर्व सीएम निशंक भी मौजूद रहे।
दृष्टिपत्र की समिति के अध्यक्ष पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक के मुताबिक, उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के इतिहास में पहली बार अंतिम गांव व्यक्ति से दृष्टिपत्र तैयार करने के लिए सुझाव लिए गए हैं। पार्टी ने सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में जाकर और ऑनलाइन माध्यम से 78 हजार लोगों के सुझाव प्राप्त किए। बकौल डॉ. निशंक, दृष्टिपत्र में किसान, महिला, डॉक्टर, इंजीनियर, कर्मचारी, व्यापारी, उद्यमी, छात्र, युवा हर वर्ग को ध्यान में रखा गया है।
यह हमारा उत्तराखंड को 2025 में देश का अग्रणीय राज्य बनाने का दृष्टिपत्र है। दृष्टिपत्र में देरी के सवाल पर निशंक ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है। चुनाव घोषणापत्र ऐसे ही जारी किए जाते हैं। निशंक के मुताबिक, जिस तरह सबसे बड़े विमर्श से नई शिक्षा नीति तैयार की गई, उसी तरह का होमवर्क दृष्टि पत्र तैयार करने में किया गया। यह गेम चेंजर का काम करेगा।