ऊन। पिछले दिनों से हो रही बारिश के कारण जिला सहकारी बैंक का जर्जर भवन टपकने लगा है, जिससे बैंक में रखा रिकॉर्ड भी पानी में तरबतर हो गया। इससे रिकार्ड खराब होने का अंदेशा बन गया। बैंककर्मी त्रिपाल के नीचे बैठकर कार्य करने को मजबूर है। ऐसा नहीं है भवन के लिये कोई प्रयास नहीं किया गया, लेकिन सरकारी फाइल कछुआ गति से चलती है। बारिश के कारण जिला सहकारी बैंक का जर्जर भवन टपकने लगा सोमवार को जैसे ही बैंक कर्मी बैंक में आए तो उन्होंने सारा भवन टपकते हुए पाया जिससे बैंक में रखा रिकॉर्ड भी पानी में तरबतर हो गया तथा फर्नीचर व कंप्यूटर भी पानी से भीग गए बैंक कर्मियों ने प्लास्टिक की त्रिपाल मंगाकर रिकॉर्ड को ढका तथा तिरपाल के नीचे बैठकर कार्य शुरू किया बैंक में आने जाने वाले उपभोक्ता भी टपकते पानी से परेशान दिखाई दिए। रिकॉर्ड को सुखाने हेतु अंगूठी जलाई गई तथा एक एक पन्ने को कर्मचारी ताव की आंच में सेंकते नजर आए। इस संबंध में बैंक मैनेजर सिद्धार्थ गौतम ने बताया कि वर्षा ऋतु में भी बैंक की छत टपकने लगी थी जर्जर भवन को बनवाने हेतु मुख्य शाखा के सचिव व चेयरमैन को पत्र भेजा गया था लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई दोबारा पत्र भेजा गया है।
रिपोर्ट :- सिद्धार्थ भारद्वाज प्रभारी जनपद शामली उ०प्र०।