शामली। जनपद शामली की तहसील/बलॉक ऊन के गांव गढ़ीहसनपुर में माता का सिद्धपीठ मंदिर है विगत 75 वर्षों से भी अधिक समय से चौदस के दिन से मेले का आयोजन किया जाता हैं। प्रातः 4 बजे से ही मंदिर में प्रसाद का भोग लगना शुरू हो जाता हैं।लोग देर रात से ही लाइनों में लगकर माता को प्रसाद का भोग अर्पण करते हैं। महिलाएं पुरुष बच्चे बूढ़े सभी श्रद्धा भाव से माता के जयकारे लगाते हुए आते हैं।मनोकामना पूर्ति के लिए बहुत से श्रद्धालुं पडी यात्रा करते हुए यानि दण्डवत प्रणाम करते हुए यात्रा पुरी करते हैं। मंदिर की छटा देखते ही बनती हैं।मेले का आयोजन मां दुर्गा मंदिर समिति (रजि.) द्वारा मेले का आयोजन किया जाता हैं प्रशासन से स्वीकृत तीन दिवसीय मेला का स्वरूप बहुत ही भव्य होता हैं। लाइटों से पुरा मेला परिसर रात में भी ऐसे जगमगाता हैं जैसे दिन हो रात दिन चलने वाले मेले की व्यवस्था में पुरी मेला कमेटी के साथ-साथ पुलिस प्रशासन महिला पुलिस दस्ता पीएसी व सीआरपीएफ के जवानों का पुरी तरह से मुस्तैद रहना मेले को हर तरह से सुरक्षित रखता है। मंदिर समिति के अध्यक्ष सचिन चौधरी व कोषाध्यक्ष नाथीराम मित्तल ने बताया कि मेले का असली आकर्षण दंगल होता हैं।जहां पर पडोसी राज्यों हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड के साथ प्रदेश के पहलवान दंगल में शामिल होते हैं।चौसाना चौंकी इंचार्ज समयपाल अत्रि पुरी कर्मठता से मंदिर परिसर में रहकर हर गतिविधि पर नजरें लगायें हुए है। मां दुर्गा मंदिर समिति के अध्यक्ष सचिन चौधरी, सचिव संजीव, कोषाध्यक्ष नाथीराम मित्तल, संरक्षक सिद्धार्थ भारद्वाज, बिजेंद्र कुमार, सुरेन्द्र कुमार, सोमपाल, सुशील कुमार, विपिन कुमार, रिषभ कुमार, नितिन, आत्माराम, मेवाराम, कंवरपाल, धर्मसिंह, पवन धीमान, सोम्मा कश्यप आदि का सहयोग रहा।
रिपोर्ट :- सिद्धार्थ भारद्वाज प्रभारी जनपद शामली उ०प्र०।