शिक्षा को समृद्ध करते हैं देशज ज्ञान, कला एवं संस्कृति

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गंगोह। लाला किशनचंद राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में स्टिम्युलेटिंग इंडियन नॉलेज सिस्टम, आर्टस एंड कल्चर विषयक राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया।
शिक्षाशास्त्र विभाग द्वारा आयोजित देशज ज्ञान का शिक्षा में उपयोग विषय पर डॉ हरीश पांडे ने कुम्हार समुदाय एवं उनकी कला की वैज्ञानिकता पर प्रकाश डाला। बताया कि गणित एवं विज्ञान शिक्षण में कुम्हार कला प्रयोग से विषय को रुचिकर बनाया जा सकता है। मल्टीकल्चरल एजुकेशन पर वर्धा की प्रो. झरना मंजरी लिंका ने बताया कि भारत जैसे देश में बहुसांस्कृतिक शिक्षा विद्याथिर्यों, समाज एवं देश के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। उन्होंने उदाहरण देकर विषय पर व्याख्यान दिया। अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. वतिर्का ढिल्लन, स्वागत परिचय डॉ ऋषि पाल सिंह, डॉ सुभाष चंद्र व धन्यवाद डॉ किशन स्वरूप राणा ने किया। डॉ अचर्ना सिंह, डॉ जेबा फात्मा, डॉ सचिन गौतम, डॉ सुनील सिंह, डॉ रचना मिश्रा रहे।

रिपोर्ट :- डा० राकेश गर्ग प्रभारी गंगोह विधानसभा के साथ सिद्धार्थ भारद्वाज प्रभारी उत्तर प्रदेश।