बागपत। अभी तक सेवा निवृत्त अधिशासी अभियंता के रूप में पहचान बनाए अभिनंदन जैन की पहचान श्री 108 सुधर्म सागर जी महाराज के रूप में रहेगी।
घर- परिवार , मोह- माया और राग – द्वेष का परित्याग करते हुए आज जैनाचार्य वर्धमान सागर जी महाराज के सान्निध्य में दीक्षा ग्रहण की। इस अवसर पर केश लोचन, वस्त्र परित्याग सहित आवश्यक क्रियाएं भी सम्पन्न कराई गई।
मूल रूप से नंगला गांव के निवासी रहे इंजीनियर साहब की रुचि यूँ तो पहले से ही धर्ममय रही ,पर उनके इस निर्णय से बडौत नगरी और गांव आदर्श नंगला गौरवान्वित है।
बडे भाई सुभाष जैन ने बताया कि महाराष्ट्र के सांगली में गुरु आचार्य वर्धमान सागर जी महाराज के दिशा निर्देश में उनकी दीक्षा पर समाज हर्ष विभोर है। नितिन जैन, सतीश, अजय, मनीष, सुभाष, लोकेश, विकास , प्रदीप, अजय, राकेश, विमल, राजकमल जैन आदि ने भी धर्म दीक्षा लेने के अवसर पर खुशी व्यक्त की है।
रिर्पोट :- सिद्धार्थ भारद्वाज प्रभारी उत्तर प्रदेश, दिल्ली।