हिमाचल प्रदेश

हरिद्वार से हिमाचल के किन्नौर जा रही बस पर गिरा पहाड़, 50 से अधिक सवारियां हुई लापता

-पहाड़ से गिरे मलबे में कई वाहन दबे
-सेना, एसडीआरएफ व स्थानीय बचाव दल ने रेस्क्यू का कार्य किया शुरू

हरिद्वार/किन्नौर:  हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में भूस्खलन की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। बुधवार को एक बार फिर से जिले के निगुलसारी के समीप राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर लैंडस्लाइड हुआ है। किन्नौर में भूस्खलन होने से 50 से अधिक लोग उसकी चपेट में आ गए हैं। लैंडस्लाइड की चपेट में एक बस भी आ गई है। ये बस हरिद्वार हरिद्वार से किन्नौर के मुरंग जा रही थी।

यह मामला बुधवार दोपहर के समय का है। जब राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर वाहनों की आवाजाही सुचारू रूप से चल रही थी। इसी बीच अचानक पहाड़ों से चट्टानें खिसक कर सड़क पर गिरने लगीं। उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने यह जानकारी दी।

सादिक ने बताया कि हिमाचल प्रदेश सड़क परिवहन की बस समेत अनेक वाहन भूस्खलन के मलबे में दब गए। बस में 40 से अधिक यात्री सवार थे। बस किन्नौर के रेकॉन्ग प्यो से शिमला जा रही थी। किन्नौर के उपायुक्त ने बताया कि सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और स्थानीय बचाव दलों को बचाव कार्य के लिए बुलाया गया। सादिक ने बताया कि पत्थर अब भी गिर रहे हैं, जिससे बचाव अभियान में कठिनाई आ रही हैं।

किन्नौर के भावानगर इलाके में नेशनल हाईवे-पांच पर हुई घटना में एचआरटीसी की बस समेत कई वाहन मलबे में दब गए हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। एनडीआरएफ घटना स्थल पर पहुंच गई है। अभी मलबे में कितने लोग दबे हैं इसकी कोई जानकारी नही हैं।

भूस्खलन की यह घटना निगुलसारी के पास चौरा नामक स्थान पर हुई। मलबे की जद में आई एचआरटीसी की बस हरिद्वार से किन्नौर के मुरंग जा रही थी। किन्नौर के उपायुक्त आबिद हुसैन सिद्दकी ने फोन पर बताया कि इस भूस्खलन के मलबे के नीचे कई वाहन दब गए हैं। सेना और एनडीआरएफ की टीमों को राहत कार्य के लिए बुला लिया गया है। पहाड़ी से मलबा गिरने का सिलसिला अभी भी जारी है और इस वजह से बचाव अभियान शुरू करने में मुश्किलें आ रही हैं।

इस घटना में कई लोगों के लापता होने की सूचना भी मिली है। प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। बता दें कि पिछले महीने लैंडस्लाइड में नौ लोगों की मौत हो गई थी और लाखों का नुकसान भी हुआ था।

-पीएम ने की हिमाचल सीएम से बात

इस घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से बात की और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।

-शाह ने जयराम ठाकुर से की बात

इस घटना को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से बात की और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। गृह मंत्री ने फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए और स्थिति का जायज़ा लेने के लिए आईटीबीपी के महानिदेशक से भी बात की।

-राहत और बचाव कार्य शुरूः जयराम ठाकुर

इस घटना पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। वहीं, एनडीआरएफ घटनास्थल पर पहुंच गई है। ठाकुर ने कहा कि अभी मलबे में कितने लोग दबे हैं, इसकी कोई जानकारी नहीं हैं। मुख्यमंत्री ने सदन में कहा कि 50-60 लोगों के हादसे में फंसे होने की सूचना है। प्रशासन मौके पर पहुंच गया है। ड्राइवर और कंडक्टर को बचा लिया गया है।

उन्होंने कहा कि अभी भी घटनास्थल पर पत्थर गिर रहे हैं। जिसके कारण वहां पहुंचने में कठिनाई हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सेना से चॉपर की बात भी की जा रही है, ताकि समय पर चॉपर वहां पहुंच सके और रेस्क्यू चलाया जा सके।

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