बागपत। जनपद के यमुना खादर के गांवों में हथिनी कुंड बैराज से छोडे गये 1 लाख 89 हजार क्यूसेक पानी का असर दिखने लगा है | गत देर रात छोडे गए पानी से यमुना का जल स्तर तेजी से बढना शुरू हो गया है, वहीं यमुना के निकटवर्ती गांवों में एलर्ट किया जा रहा है |
छपरौली ,जागोस ,कोताना ,खेड़ी प्रधान, शबगा, बाछोड, टांडा लुहारी निनाना, सिसाना आदि दर्जनों गांवों में तथा खेतों में यमुना किनारे काम पर गये किसानों को एलर्ट किया जा रहा है | इस समय पानी क्षेत्र के जंगलों में फैलाना शुरू हो गया है |
पानी छोड़े जाने से सिंचाई विभाग में हड़कंप मच गया है | सिंचाई विभाग अलर्ट हो गया है तथा विभाग के अधिकारियों ने यमुना नदी के किनारे रहने वाले गांवों के लोगों को भी अवगत करा दिया है | अधिकारियों ने यमुना नदी के पास के ग्रामवासियों को यमुना की ओर ना जाने की सलाह भी दी है |
अधिकारी भी यमुना नदी के किनारे गांवों में जाकर मौके का मुआयना करने में जुटे हुए हैं | अधिकारियों की मानें तो यमुना नदी में और भी पानी आने की संभावना जताई जा रही है |सिंचाई विभाग के अधिकारी क्षेत्र में यमुना नदी के तट पर दौरा करने में जुट गए हैं |
बता दें कि पूर्व में यमुना नदी में आई बाढ़ के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में काफी नुकसान हुआ था , आज तक किसी भी किसान को उसके नुकसान की भरपाई का फायदा तक नहीं हुआ , कहीं भी मुआवजा नहीं दिया गया था | इस सबके कारण ग्रामीण भी पानी आने से सतर्क हो गए हैं, यमुना नदी में पानी आ जाने से ग्रामीण किसान अपने अपने खेत पर आने जाने शुरू हो गए हैं ,अधिक पानी आने से ग्रामीण क्षेत्रों में काफी नुकसान की संभावनाएं ग्रामीण जता रहे हैं |
रिर्पोट :- सिद्धार्थ भारद्वाज प्रभारी उत्तर प्रदेश।