
शामली। डीएम जसजीत कौर ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में निर्वाचित सभी ग्राम प्रधानों को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों से गांवों में कोरोना महामारी से बचाव हेतु कार्य करने, विकास कार्य कराने, साफ सफाई व मनरेगा मजदूरों को रोजगार दिलाए जाने तथा अपने गांवों को आदर्श गांव बनाए जाने का भी आहवान किया है। डीएम ने कहा कि 25 व 26 मई को शपथ ग्रहण तथा 27 मई को ग्राम पंचायतों की प्रथम बैठक के आयोजनों के साथ ही भारतीय लोकतंत्र की सबसे महत्वपूर्ण इकाई ग्राम पंचायतों के कार्यकाल का आरंभ जनपद में हो गया है। विगत 15 माह से अधिक समय से संपूर्ण विश्व एवं हमारा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है, जिससे मानव जीवन बचाने की एक चुनौती भी हमारे सामने है। ऐसे में आरंभ हो रहे प्रधानों के कार्यकाल में भी एक नई दृष्टि तथा वर्तमान की चुनौतियों एवं प्राथमिकताओं को देखते हुए हम यदि योजनाएं बनाते हुए कार्य करेंगे तो ही समग्र विकास कर पाएंगे। डीएम ने कहा कि कोरोना महामारी ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि संक्रमण को रोकना है तो सफाई अपनानी होगी। शामली जनपद प्रदेश का प्रथम खुले में शौच से मुक्त जनपद है, विगत में योजना स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के माध्यम से ग्राम पंचायतों में घर-घर शौचालय निर्मित कराए गए जिससे लोगों के स्वास्थ्य की स्थिति मेें भी काफी सुधार हुआ। योजना में ओडीएफ प्लस के माध्यम से कूडे करकट के सुरक्षित निपटान पर जोर देते हुए गांवों को स्वच्छ और सुंदर बनाना है। उन्होंने ग्राम प्रधानों से अपील की कि इस योजन के अनुरूप विशेष रूचि लेकर इस पर प्रभावी रणनीति बनाकर काम करें। डीएम ने कहा कि शामली जनपद की पहचान आज भी यहां के किसानों, खिलाडियों व जवानों के रूप में होती है लेकिन देखने में आया है कि युवा खेलों और भर्ती की तैयारी में खेल मैदानों के अभाव में सडकों पर दौड़ रहे हैं जिससे उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है वहीं सुरक्षा का भी खतरा रहता है, इसलिए ग्राम प्रधान अपने गांवों में खेल के मैदानों को भी प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि उ०प्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना आपरेशन कायाकल्प के माध्यम से ग्राम पंचायतों में स्थित शासकीय भवनों तथा प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालयों, पंचायत घरों, स्वास्थ्य केन्द्रों, पशु चिकित्सालय में अवस्थापना सुविधाओं का निर्माण, सुदृढीकरण कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा पंचायत भवनों को मिनी सचिवालय के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया है इसलिए पंचायत घरों में आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध करानी होगी तथा आंगनवाडी केन्द्रों और स्वास्थ्य केन्द्रों को भी उच्च स्तरीय बनाना होगा। उन्होंने ग्राम प्रधानों से वर्षा जल संरक्षण, पारंपरिक एवं अन्य जल स्रोतों, तालाबों का पुनर्जीवन, बोरवेल्स के पुर्नप्रयोग व रिचार्ज के साथ ही जलग्रहण क्षेत्र के विकास पर भी ध्यान देने को कहा है, वहीं सरकारी इमारतों, पंचायत भवनों, आंगनवाडी केन्द्रों, स्कूलों व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में एक टाॅप रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम तथा राजकीय हैंडपंपों के सामने रिचार्ज पिट का निर्माण कराने का आहवान किया। डीएम ने ग्राम प्रधानों से आहवान किया कि वे मनरेगा योजनांतर्गत श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराकर उन्हें रोजगार के अवसर सृजित करें। उन्होंने आशा जतायी कि ग्राम प्रधान अपने कुशल नेतृत्व में ग्राम पंचायतों को एक आदर्श ग्राम पंचायत के रूप में विकसित करेंगे।