कुडाना के आकाश मलिक बने सेना में हैलीकाप्टर पायलट गांव पहुंचने पर दादा ने लगाया कंधों पर बैज, परिवार में खुशी का माहौल

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शामली। क्षेत्र के गांव कुडाना निवासी आकाश मलिक के सेना में हैलीकाप्टर पायलट बनने से जहां परिजनों में खुशी की लहर है वहीं गांव में भी जश्न का माहौल है। मंगलवार को गांव पहुंचने पर उनके दादा ने आकाश पायलट के कंधों पर बैज लगाकर उन्हें सम्मानित किया।
जानकारी के अनुसार गांव कुडाना निवासी अशोक कुमार के पुत्र आकाश मलिक शुरू से ही पढ़ने में काफी होनहार रहे। उनके पिता अशोक कुमार अहमदाबाद स्थित हिंदुस्तान डोलो लिवर में नौकरी करते थे। आकाश सिंह की प्रारंभिक शिक्षा अहमदाबाद के कुमकुम इंग्लिश मीडियम में हुई जहां से उन्होंने 2014 में हाईस्कूल की परीक्षा उत्तीर्ण की। 12वीं में उन्होंने शामली के मदरलैंड पब्लिक स्कूल में प्रवेश लिया तथा 2016 में इंटरमीडिएट की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की। बीएससी में डीयू के देशबंधु कॉलेज में अपने अध्ययन के दौरान उन्होंने टीईएस-37 (टेक्निकल एंट्री स्कीम) क्वालिफाइड कर, ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी गया को ज्वाइन किया। एक साल की ट्रेनिंग के बाद सेना ने उन्हें आगे की 3 साल इंजीनियरिंग की ट्रेनिंग के लिए सिकंदराबाद भेजा, जहां उन्होंने फाॅल बैक रेजिमेंट लद्दाख स्काउट, जो भारत सेना की नंबर वन रेजीमेंट मानी जाती है को ज्वाइन किया तथा आर्मी एविएशन हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में 12 जून 2021 को कमीशन प्राप्त किया। गौरतलब है कि इस बार कोरोना संक्रमण के चलते आकाश सिंह की पास आउट परेड समारोह सीमित किया गया, तथा बैज लगाने के लिए पेरेंट्स को आमंत्रित नहीं किया गया, तथा बैज लगाने की औपचारिकता घर पर ही पूरी करने के दिशा निर्देश दिए गए। मंगलवार को गांव में आयोजित एक संक्षिप्त कार्यक्रम में आकाश सिंह मलिक के दादा फेरू सिंह मलिक ने उनके कंधों पर बैज लगाकर उन्हें सम्मानित किया। आकाश सिंह मलिक की इस उपलब्धि के बाद गांव में जश्न का माहौल है। इस दौरान पीडब्ल्यूडी में इंजीनियर रविंद्र सिंह, वीरसेन मलिक, प्रधानाचार्य सत्यवीर सिंह मलिक, ब्रह्म सिंह राठी आदि उपस्थित रहे।