देहरादून। डीआईजी अरुण मोहन जोशी इन दिनों पुलिस की मुस्तैदी जांचने के लिए रात में निरीक्षण में निकल रहे हैं। इसी कड़ी में जब डीआईज। हिमाचल नंबर की अपने निजी गाड़ी की पिछली सीट में बैठकर औचक निरीक्षण पर निकले तो उनसे जगह-जगह आधार कार्ड और परिचय पत्र मांगा गया। साथ ही वाहन की जांच-पड़ताल की गई। वहीं, डीआईजी जोशी पुलिसकर्मियों की चैकसी और मुस्तैदी देख संतुष्ट और गदगद दिखाई दिए। इतना ही नहीं उन्होंने तत्काल ही मौके पर इनाम देने की घोषणा कर डाली। डीआईजी अरुण मोहन जोशी का मानना है कि जिस तरह से सर्द रातों में पुलिस किस से अलग-अलग चैक-चैराहों पर ड्यूटी निभाती है, उसकी तत्परता को जांचना बेहद जरूरी है। जिससे किसी भी तरह की कोताही का पता चल सके। वहीं, औचक निरीक्षण सरकारी गाड़ी की बजाय निजी गाड़ी में गुपचुप तरीके से करना कानून व्यवस्था बेहतर बनाने की दिशा में एक योजना का हिस्सा है। साथ ही ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों के पास पहुंचकर उनका हौसला और मनोबल बढ़ाना भी बेहद जरूरी है। डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि देहरादून शहर में रात के समय किसी भी तरह की चेकिंग जांच पड़ताल में कमी न हो इसे लेकर वो लगातार प्रयासरत हैं। जिस तरह का अनुभव उन्हें मिला है. वो शहर की सुरक्षा व्यवस्था के लिए बेहतर पाया गया।